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उत्तर भारत में पहला डबल लंग ट्रांसप्लांट

पूरे उत्तर भारत में पहली बार एक्सटेंडेड एक्स्ट्राकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (ईसीएमओ) सपोर्ट की मदद से एक 55 वर्षीय मरीज पर डबल लंग ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई है. मैक्स हेल्थकेयर में ट्रांसप्लांट सर्जन, पल्मोनोलॉजिस्ट, क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट, कार्डियक एनेस्थेटिस्ट और डॉक्टरों की कार्डियोपल्मोनरी रिहैब टीम ने इस बहुत ही जटिल ऑपरेशन को अंजाम दिया है जो उत्तर भारत का पहला डबल लंग ट्रांसप्लांट ऑपरेशन भी है. यह मरीज कोरोना से संक्रमित था बावजूद इसके उस मरीज का प्रत्यारोपण सफल हुआ.

बता दें मेरठ उत्तर प्रदेश के रहने वाले 55 वर्षीय ज्ञान चंद क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज (सीओपीडी) से पीड़ित थे. उनके फेफड़े कोविड-19 के कारण क्षतिग्रस्त हो गए थे. वे बहुत अस्थिर और गंभीर हालत में थे. वह हाई फ्लो ऑक्सीजन पर थे. उनके जीवन को बचाने का एकमात्र विकल्प फेफड़े का ट्रांसप्लांट था. मैक्स अस्पताल (साकेत, दिल्ली) में उनकी जांच की गई और डॉ. राहुल चंदोला के नेतृत्व में हार्ट-लंग्स ट्रांसप्लांट टीम ने उन्हें फेफड़ों के ट्रांसप्लांट के लिए वेटिंग लिस्ट में रखा गया था.