खाद की किल्लत से परेशान किसान विरोध करने को मजबूर
जिले में डीएपी खाद की भारी क़िल्लत देखी जा रही है. जिसके चलते अन्नदाता रोजाना सड़कों पर बैठने को मजबूर हैं. इस समय किसान की सरसों की बोनी के लिए खेत तैयार हैं, लेकिन किसानों को खाद वितरण केंद्र पर घंटों लाइन लगाने के बाद भी खाली हाथ लौटना पड़ रहा है.
केंद्र पर पैसे भरने और पर्ची कटाने के बाद भी खाद उपलब्ध नहीं हो रही है. ऐसे में अन्नदाता की नाराजगी अब खुलकर सामने आ रही है. कुछ दिन पहले मेहंगाव में किसानों ने चक्काजाम किया था, वहीं अब भिंड के भारौली तिराहे पर भी किसानों ने जाम लगा दिया. इसी के साथ मेहगांव में भी गल्ला मंडी के सामने हाइवे पर किसानों ने जाम लागने की कोशिश की लेकिन टीआई डीबीएस तोमर की समझाइश के बाद किसान मान गए और जाम हटा दिया.
खाद की मांग ज़्यादा
भिंड जिले में किसानों के बीच डीएपी खाद की मांग उपलब्धता से ज़्यादा है, जिसकी वजह से किसान रोजाना वितरयम केद्र के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन को हफ़्ते भर बाद भी डीएपी नही मिल पा रही है. इसके चलते किसान की खेत में खड़ी फसलें बर्बाद होने की कगार पर हैं. तो दूसरी ओर सरसों की बोनी होनी है. लगातार ऐसी समस्या का सामना कर रहे अन्नदाता अब आक्रोशित दिखाई दे रहे हैं.
बाईपास रोड पर जमकर हंगामा
खाद ना मिलने से परेशान सैकड़ों किसानों ने कृषि उपज मंडी के पास बाईपास रोड पर जमकर हंगामा किया. हालत को संभालने के लिए देहात थाना पुलिस मौके पर पहुंची. समझाइश के बाद किसानों ने जाम खत्म किया. मामले पर टीआई रामबाबू यादब ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों के बहकावे में आकर किसानों ने चक्काजाम किया था, लेकिन हमने उन्हें समझाया तो वो मान गए. थाना प्रभारी यादव का कहना है की किसान खाद के लिए आधी रात में ही केंद्र पर आजाते है. जिसकी वजह से पुलिसकर्मी भी सुबह 6 बजे से ही व्यवस्था में लग जाते है, जिससे क़ानून व्यवस्था ना बिगड़े. साथ ही उन्होंने ये भी माना की समय पर केंद्र ना खुलने से किसान ज़्यादा परेशान हैं. इस सम्बंध में अधिकारियों को सूचित किया गया है.