BhopalMadhya Pradesh

ऑक्सीजन गैस की कमी से बंद हुए कारखाने, 27 हजार कर्मचारियों के सामने रोजी रोटी संकट

भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी मरीजों के साथ स्थानीय उद्योगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। ऑक्सीजन की कमी से औद्योगिक गतिविधियां प्रभावित होने से 27 हजार कर्मचारियों के रोजी रोटी पर संकट आ गया है। इसके चलते गोविंदपुरा औद्योगिक क्षेत्र कारखानों के संचालक और कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन बुधवार को किया था।


गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के सचिव मदनलाल गुर्जर ने बताया कि पिछले 15 दिनों से प्रशासन ने उद्योगों के लिए ऑक्सीजन देना बंद कर दिया है। एसोसिएशन पदिधिकारियों ने बताया कि गोविंदपुरा और मंडीदीप में ऑक्सीजन के तीन बड़े सप्लायर हैं जिनके यहां शासन ने अपने कर्मचारी तैनात कर रखे हैं। ये निगरानी कर रहे हैं कि उद्योगों को ऑक्सीजन नहीं दी जाए।


70% कारखानों में इसके बगैर काम नहीं चल सकता
एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरजीत सिंह का कहना है कि गोविंदपुरा में 1100 उद्योग स्थापित हैं। यहां के 70 फ़ीसदी उद्योगों को फेब्रिकेशन एवं मशीनिंग के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। रोजाना 600 सिलेंडर लगते हैं। एक सिलेंडर में 10 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन हाेती है। अध्यक्ष ने बताया कि इन उद्योगों में करीब 27000 कर्मचारी कार्यरत हैं। कारखानों में काम काज ठप हाेने से इन्हें वेतन भी नहीं मिल पा रहा है।