क्या आपको पता है की ताजमहल के ऊपर से हवाई जहाज़ क्यों नहीं उड़ता है?
यह सुनकर आपको थोड़ा अजीब तो लग रहा होगा लेकिन यह सच है. दरअसल, साल 2006 में भारत सरकार ने एक अधिनियम जारी किया था. इसके तहत ताजमहल को ‘नो फ्लाई जोन’ (No Fly Zone) में रखा गया है. बता दें देश का ऐसा कोई क्षेत्र या स्थान जहां पर हवाई जहाज को उड़ने की अनुमति नहीं होती है उसे हम नो फ्लाई जोन कहा जाता है.
संयुक्त राष्ट्रीय संस्था यानी UNO के नियमानुसार ताजमहल जैसी अतुल्य व मूल्यवान विरासत की सुरक्षा, देखरेख एवं नुकसान से बचाने की सम्पूर्ण दायित्व व आसपास के आसमानी क्षेत्रों, पर्यावरण व वायु प्रदूषण से यथासम्भव सुरक्षित रखने की जरूरत है. इस बातों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ताजमहल के आसपास में किसी भी हवाई उड़ान को अनुमति नहीं दी. जानकारी के लिए बता दें ताजमहल के 7.4 किलोमीटर के अंतर्गत सभी प्रकार के हवाई जहाज के उड़ान पर रोक लगा दी गयी है. इसी कारण से ताजमहल के ऊपर से कोई हवाई जहाज नहीं उड़ता है.
इन क्षेत्रों को No Fly Zone घोषित करती है सरकार
• जब किसी स्थान को ज्यादा सुरक्षित करना हो.
• किसी स्थान की भौगोलिक स्थिति हवाई जहाज के उड़ने के लिए सही नहीं है.
• कभी-कभी किसी क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा देने के लिए युद्ध जैसी स्थिति में या किसी अन्य कारण से सरकार उस क्षेत्र को कुछ समय के लिए No Flying Zone के अंतर्गत रख देती है.
भारत के ये स्थान भी No Fly Zone में
• राष्ट्रपति भवन
• संसद
• प्रधानमंत्री आवास
• टावर ऑफ साइलेंस आदि