क्या ग्वालियर के सास बहु के मंदिर के बारे में आप जानते हैं?
सास बहु मंदिर ग्वालियर किले के पूर्वी ओर है. विडंबना यह है कि जैसा नाम से ज्ञात होता है कि यह मंदिर सास और बहु का नहीं है. यह नाम सहस्त्रबाहु नाम से निकला है जो भगवान विष्णु का दूसरा नाम है. इसके दरवाज़े पर भगवान ब्रम्हा, भगवान विष्णु और देवी की नक्काशियां की हुई हैं.
यहाँ दो मंदिर है जिनमें से एक बड़ा है और एक छोटा। यह मंदिर लाल बलुआ पत्थर से बना है जिस पर कमल की नक्काशियां की हुई हैं. इसकी संरचना पिरामिड के आकार की है जिसमें कोई मेहराब नहीं है ग्यारवीं शताब्दी में निर्मित यह मंदिर शानदार मूर्तिकला का अद्भुत नमूना है.
1- इस मंदिर का निर्माण 1093 ई. में किया गया था.
2- स्थानीय लोगों की यह मान्यता है कि यह मंदिर ‘सास और बहू’ को समर्पित है.
3- यह भी कहा जाता है कि यह मंदिर सहस्रबाहु अर्थात् हज़ार भुजाओं वाले विष्णु को समर्पित है.
4- सास बहू मंदिर की मूर्तिकला तथा नक़्क़ाशी शानदार है. ख़ूबसूरत मूर्तिकला का यह सुन्दर नमूना है.
5- इस मंदिर के मध्य में एक वर्गाकार प्रकोष्ट है, जिसके तीन ओर द्बार मंडप हैं और चोथी ओर एक गर्भगृह है, जो अब रिक्त है.