धरती से निकला हीरा, मजदूरों की बदली किस्मत
सालों पहले एक पिक्चर आयी थी बॉर्डर. इसमें एक डायलॉग था कि “ये धरती मेरी मां है.” और कहा जाता है कि धरती मां जब खुश हो तो अच्छों-अच्छों की किस्मत बदल जाती है. यही हुआ पन्ना जिले के मजदूरों के साथ. जिले के एक गांव में खदान में दो कीमती हीरे मिलने से एक मजदूर और उसके साथी की किस्मत चमक गई. खदान में मिले हीरे से दोनों काफी खुश हैं. फिलहाल दोनों ने इसे संबंधित अधिकारियों की मदद से स्थानीय हीरा कार्यालय में जमा कर दिया है.
खबर की पुष्टि करते हुए पन्ना जिले के जिलाधिकारी संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि इटवा खास गांव के रहने वाले भगवान दास कुशवाह और उसके साथ काम करने वाले श्रमिकों को खदान में खुदाई से दो हीरे मिले हैं. इसमें एक 7.94 कैरेट का और दूसरा 1.93 कैरेट का है.
उन्होंने बताया कि खुदाई में मिले हीरे की प्रशासन द्वारा मार्च के दूसरे सप्ताह में नीलामी कराई जाएगी. नीलामी मिलने वाली राशि में से सरकार का राजस्व काटकर कुशवाह और उसके साथी श्रमिक को दी जाएगी. उन्होंने बताया कि हीरे की कीमत लगभग 35 लाख रुपए आंकी गई है.
वहीं, मजदूर कुशवाह और उसके साथी ने बताया कि उन्होंने हीरे को स्थानीय कार्यलय में जमा कर दिया है. हीरे के नीलामी में मिलने वाली राशि के बारे में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे इस राशि का प्रयोग बच्चों की पढ़ाई में करेंगें.