Madhya Pradesh

प्रशासन की दबंगई पर महिला किसान ने खुद को आग लगाई

देवास : पुलिस प्रशासन की कारगुजारियों के चलते गुना में किसान दंपती के जहर खाने की घटना लोग भूले भी नहीं थे कि देवास से दिल-दहला देने वाली खबर आ रही है। खेत की फसल को जबरन उजाड़ने पर एक महिला ने खुद को आग लगा ली है। इस घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे शिवराज का जंगलराज और सरकार की प्रताड़ना बताते हुए सरकार को घेरा है।


मध्य प्रदेश के देवास जिले के सतवास में प्रशासन की कार्रवाई रोकने के लिए महिला किसान सावरा बी ने खुद को आग लगा ली। प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने पहुंची थी। खेत में सोयाबीन की फसल लगी थी। महिला और उसके परिजन कार्रवाई का विरोध कर रहे थे, लेकिन जेसीबी फसल को उजाड़ने लगा। फसल नष्ट होते देख सावरा बी ने पहले तो अपने ऊपर पेट्रोल डाला उसके बाद प्रशासन के सामने पहुंचकर माचिस की तीली से अपने आप को आग के हवाले कर दिया। 


पति रमजान का आरोप है की उसकी पत्नी सावरा बी ने खड़ी फसल को बर्वाद ना करने का बार बार प्रशासन से अनुरोध किया पर किसी ने एक नहीं सुनी। इस मामले में पुलिस ने कहा है कि महिला और उसके परिजन अतिक्रमण हटाने गई प्रशासन की टीम पर पथराव किया था। महिला किसान ने आत्मदाह कर दबाव डालने की कोशिश की है। 


पथराव करने वाले 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। महिला किसान का अस्पताल में इलाज चल रहा है। स्थिति खतरे से बाहर है।

इस मामले जिला कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला ने पत्रकारों को बताया, “सतवास तहसील में जो घटना घटित हुई है उसमें राजस्व न्यायालय में मामला दर्ज था। दूसरे पक्ष के लोगों ने शासन की जमीन से रास्ता निकालने का आवेदन दिया था। फिर न्यायालय ने ही पुलिस की मौजूदगी में इन लोगों को बुलाया और इनमें आपसी सहमति बनी की रास्ता खोल दिया जाये। और जब मौके पर राजस्व विभाग की टीम पुलिस के साथ पहुंची अचानक रमजान ने अपनी पत्नी को सावरा बी को बुलाया। उसके ऊपर पहले ही मिट्टी का तेल का छिड़काव हुआ था, उसने खुद को आग लगाने का प्रयास किया।”

वहीं इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, “शिवराज का जंगलराज, सरकार की प्रताड़ना से तंग आकर आग लगाई, देवास के सतवास में खड़ी फसल पर जेसीबी चलवाने के विरोध करते हुए एक बेबस महिला ने खुद को आग के हवाले कर दिया है। शिवराज जी, महामारी और मौत के बीच तो कम से कम जनता को मत मारो। शवराज चरम पर है।”