काम के दबाव में डिप्टी रेंजर ने किया सुसाइड
देवास। काम के दबाव में निजी ही नहीं सरकारी कर्मचारी भी जान देने लगे हैं। ऐसा ही एक मामला मध्यप्रदेश के देवास जिले में डिप्टी रेंजर लालसिंह गंगराडे (52) ने काम के तनाव के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट के मुताबिक गंगराडे को 10 हजार पौधे लगाने थे, जिसके चलते वह मानसिक दवाब में थे। पुलिस के अनुसार गंगराडे उदयनगर रेंज में डिप्टी रेंजर थे। प्राथमिक जांच में मामला आत्महत्या का लग रहा है। मौके से सुसाइड नोट और फंदा बरामद किया है। मामले की जांच जारी है।
उदयनगर वन परिक्षेत्र के जंगल में निर्माण कार्य चल रहा है। इस दौरान पौधारोपण, गड्ढे खुदाई और फेंसिंग लगाई जा रही है। इसकी जिम्मेदारी डिप्टी रेंजर की थी। यहां काम कर रहे मोहन, सुरेश और भारत ने बताया- ‘हम दोपहर में खाना खाने की तैयारी कर रहे थे। तभी डिप्टी रेंजर अकेले जंगल की ओर चले गए। इसके बाद उनसे किसी भी तरह का संपर्क नहीं हो पाया। रात तक घर नहीं पहुंचने पर उनका बेटा एक सहकर्मी के घर गया। इसके बाद वे पुलिस चौकी पर गए। मालूम पड़ा कि लालसिंह दोपहर 12 बजे जंगल की ओर निकले थे।
घटना की जानकारी लगते ही रेंजर हरिकरण पटेल स्टाफ, उनके बेटे और गांव के कुछ लोग जंगल में डिप्टी रेंजर काे खोजने निकले। रात करीब 12.30 बजे जंगल में डिप्टी रेंजर की बाइक दिखाई दी। उससे एक किमी दूर पेड़ के नीचे उनका शव पड़ा था। प्लास्टिक की निवार का एक सिरा उनके गले में था, दूसरा सिरा पेड़ की डाल पर था। इसके बाद रेंजर ने सूचना पुलिस को दी।