धान उपार्जन घोटाले की सीबीआई जांच की मांग, एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने PM Modi को लिखा पत्र…
भोपाल : मध्य प्रदेश में सामने आये करीब 5 करोड़ रुपये के धान उपार्जन घोटाले ने एक बार फिर कांग्रेस को प्रदेश सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया है। कर्ज , करप्शन और कमीशन की सरकार कहकर सरकार को घेरने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस घोटाले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है और सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।

धान उपार्जन केंद्रों में मिली गड़बड़ियों और अनियमितता, भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर ईओडब्ल्यू ने कल गुरुवार 6 मार्च को प्रदेश में एक साथ 12 जिलों में छापेमार कार्रवाई की, इसमें भोपाल, जबलपुर, सागर, रीवा और ग्वालियर EOW पुलिस अधीक्षक कार्यालयों की टीमों ने मिलकर 150 उपार्जन समितियों एवं 140 वेयर हॉउसेस पर छापे मारे। जिसमें 19,910.53 क्विंटल धान की हेराफेरी के सबूत मिले जिसकी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये बताई गई है।
जीतू पटवारी ने लिखा PM मोदी को पत्र
अब इस घोटाले के सामने आने के बाद कांग्रेस मुखर हो गई है और मध्य प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगा रही है, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर घोटाले की जानकारी दी है और इसकी सीबी आई से जांच कराने की मांग की है।
घोटाला कई सौ करोड़ रुपए का होने का संदेह: कांग्रेस अध्यक्ष
जीतू पटवारी ने लिखा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, मध्य प्रदेश में किसानों के साथ हो रही धोखाधड़ी और व्यापक भ्रष्टाचार को लेकर में आपका ध्यान एक बड़े घोटाले की और दिलाना चाहता हूँ। प्रदेश में धान उपार्जन में बड़े पैमाने पर घोटाला सामने आया है, जिसमें अधिकारियों की मिलीभगत और सरकारी संरक्षण से किसानों के हक़ पर डाका डाला गया है। यह घोटाला कई सौ करोड़ रुपए का होने का संदेह है, लेकिन राज्य सरकार इसे दबाने का प्रयास कर रही है।
सतना के एक वेयरहाउस में धान की बोरी में 535 क्विंटल भूसी मिली
प्रदेश की EOW (आर्थिक अपराध शाखा) द्वारा 12 जिलों में की गई छापेमारी में 150 उपार्जन समितियों और 140 वेयर हाउसों में भ्रष्टाचार के प्रमाण सामने हैं। अब तक की जांच में 19,910.53 मेट्रिक टन धान की हेराफेरी के सबूत मिले हैं, जिस्की कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये आंकी गई है। सतना के एक वेयरहाउस में तो धान की जगह 535 क्विंटल भूसी पाई गई, जो दर्शाता है कि यह पोटाला कितने सुनियोजित तरीके से किया गया।
भाजपा सरकार पर किसानों को ठगने का आरोप
सच्चाई यह है कि भाजपा सरकार किसानों को ठगने का काम कर रही है। पहले तो समर्थन मूल्य पर धान खरीद में गड़बड़ी की गई और अब किसानों की उपज को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दिया गया। अगर इस घोटाले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई, तो यह किसानों के साथ घोर अन्याय होगा।
घोटाले की सीबीआई जांच करे
जीतू पटवारी ने लिखा- इस घोटाले में भाजपा की प्रदेश सरकार के प्रभावशाली नेताओं की संलिप्रता के कारण निष्पक्ष जांच की संभावना नहीं है। जैसा कि पहले भी देखा गया है, सरकार अपने कुछ प्यादों पर कार्रवाई कर असली दोषियों को बचाने का प्रयास करती है। इसीलिए हम मांग करते हैं कि इस घोटाले की जांच सीबीआई से करवाई जाए, ताकि असली दोषियों को कानून के कटघरे में खड़ा किया आ सके।
जांच पूरी होने तक दोषी निलंबित रहें
जीतू पटवारी ने लिखा, कांग्रेस हमेशा किसानों के हितों के लिए लड़ती रही है और आगे भी लड़ती रहेगी। हम मांग करते हैं कि, धान उपार्जन घोटाले की जांच सीबीआई से करवाई जाए, जांच पूरी होने तक दोषी अधिकारियों को निलंबित किया जाए, राजनीतिक संरक्षण की भी ईमानदारी से जांच की जाए, किसानों को उनकी उपज का पूरा भुगतान सुनिश्चित किया जाए और भ्रष्टाचार में लिए वेयरहाउस संचालकों और समितियों पर भी यही कानूनी कार्रवाई हो।
जीतू पटवारी एन दी आंदोलन की चेतावनी
पत्र के अंत में जीतू पटवारी ने लिखा, अगर इस विषय पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो मप्र कांग्रेस किसानों के साथ सड़कों पर आंदोलन करने के लिए बध्य होगी। हम किसानों के साथ हुए इस अन्याय को किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेंगे। आशा है कि आप इस गंभीर मुद्दे पर त्वरित संज्ञान लेंगे और न्याय सुनिश्चित करेंगे।