एक बूंद पानी के लिए 20 फिट गहरे कुँए में रोजाना जान जोखिम में डाल रही बेटियां
बैतूल: मध्य प्रदेश के बैतूल में पेयजल संकट से जूझ रहे एक गांव में छोटी छोटी बच्चियां जान जोखिम डाल कर कुएं में उतर कर पानी भर रही है. पानी की समस्या इतनी गंभीर है कि गांव वाले कुए का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. गांव वाले सभी जगह अपनी समस्या के निराकरण के लिए गुहार लगा चुके हैं लेकिन उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है.
बता दें कि जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर 600 की आबादी वाले बोरखेड़ी गांव में जल संकट गहराने से ग्रामीणों की मुसीबत बढ़ गई है.
85 घरों के लोग पेयजल के मुख्य स्रोत हैंडपंप का जलस्तर गिरने से पानी के लिए 20 फीट के कुएं में उतर कर अपनी प्यास बुझा रहे है.
दरअसल बैतूल के भैंसदेही विकास खंड के गांव बोरखेड़ी में पानी की समस्या बढ़ने लगी है. जल संकट इतना गंभीर है कि बोरखेड़ी गांव की बच्चियां जान जोखिम में डालकर 20 फ़ीट गहरे कुएं में उतर कर पानी निकलने को मजबूर हो रही हैं. नदी तालाब सूख चुके और गिरते जलस्तर की वजह से कुएं का पानी भी बहुत नीचे पहुंच चुका है. लोग अपने रोजमर्रा के काम छोड़कर पानी प्यास बुझाने के लिए जतन कर रहे हैं. हर साल गर्मी में बोरखेड़ी गांव के हालात बदतर हो जाते है.
20 फीट का कुआं एक मात्र सहारा
बैतूल के भैंसदेही विकास खंड के गांव बोरखेड़ी में पानी की समस्या बढ़ने लगी है. ग्रामीणों का एकमात्र सहारा 20 फीट का कुआं है. इसमें पानी पीने लायक नहीं है. गांव की बच्चियां कुएं में 20 फीट नीचे उतर कर पानी निकालने को मजबूर है. गांव की छोटी छोटी बच्चियां 20 फीट गहरे कुएं में बड़ी हिम्मत के साथ पानी भरने के लिए उतरती है. अगर ऐसे में किसी बच्ची का पैर स्लिप हो जाए तो उसे चोट भी लग सकती है या उसकी जान भी जा सकती है.
नीचे उतरती है लड़कियां
सबसे बड़ी समस्या कुएं में पानी नीचे चले जाने के कारण रस्सी बाल्टी के सहारे पानी नहीं भर पा रहे है. जिसके चलते जान जोखिम में डालकर टेढ-मेढे और चिकनें पत्थरों पर पैर रखकर पांच बच्चियां कुएं में उतरती हैं. इनमें से एक बालिका सबसे नीचे उतर जाती है, तो एक बीच में खड़ी रहती है. जबकि अन्य 3 बच्चियां कुएं से कुछ नीचे उतर कर खड़ी हो जाती है. जो पानी भरकर ग्राम की महिलाओं को ऊपर तक पानी पहुंचाती है. यह सब सिर्फ पानी के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
पानी की व्यवस्था कराने के आदेश दे दिए
एसडीएम कैलाश चंद परते का कहना हैं कि मुझे जानकारी प्राप्त हुई है. मैं पीएचई विभाग एवं जनपद पंचायत सीईओ से इस पूरे मामले को लेकर चर्चा कर तत्काल ग्रामीणों के पीने के पानी की व्यवस्था कराने के आदेश दिए है.