कौशल विकास केंद्र के नाम पर हुआ करोड़ों का गबन
सतना: राज्य की जनता हर तरफ से परेशान होती जा रही है. अब सतना में एक ठगी और फर्जीवाड़े की खबर सामने आई है. सतना के एक स्वयं सहायता समूह की 2200 महिलाओं के साथ कौशल विकास केंद्र के माध्यम से करीब 2.20 करोड़ के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है. जिसके बाद स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने सतना एसपी ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. आरोप है कि 5 साल पहले सभी महिलाओं ने कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण लिया था. इन महिलाओं को आज तक ना तो डिग्री मिली और ना ही रोजगार, जबकि इनके नाम पर हरियाणा और दिल्ली में फर्जी तरीके से जनधन खाता खोल दिया गया.
जिसके बाद इन खातों में तमाम सरकारी योजनाओं का पैसा भी आने लगा. इन खातों में आने वाले पैसों के गबन का आरोप दिल्ली और गुड़गांव की दो कंपनियों पर लग रहा. पुलिस मामले की जांच कर रही है. वर्ष 2015 में स्वयं सहायता समूह की 2200 महिलाओं ने केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना ‘स्किल इंडिया’ के तहत कौशल विकास केंद्र में सिलाई-बुनाई के प्रशिक्षण हेतु दाखिला लिया था. प्रशिक्षण के दौरान सभी महिलाओं से आधार कार्ड समेत अन्य दस्तावेज जनधन खाता खोलने के लिए लिए गए, ताकि उनके खातों में प्रशिक्षण का सरकारी पैसा आ सके. पांच साल बीत गए, लेकिन ना तो इन्हें कोई पैसा मिला और ना ही वादे के मुताबिक कोई रोजगार दिया गया.
इतना ही नहीं, इन महिलाओं के नाम पर खोले गए जनधन खातों में शासन की तमाम योजनाओं का पैसा और मनरेगा की मजदूरी तक आ रही है. गुड़गांव की कंपनी ‘एजुकेशन फॉर एम्प्लॉयमेंट फाउंडेशन सोसायटी’ व दिल्ली की कंपनी ‘काव्या सलूशन’ पर इन पैसों के गबन का आरोप है. स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने आरोप लगाया है कि सतना सांसद गणेश सिंह के पीए चैनेन्द्र पांडे उनके सारे दस्तावेज लेकर दिल्ली चले गए थे और वहीं उनका जनधन खाता खोला गया. महिलाओं के मुताबिक उन्होंने इस बात की पूरी जानकारी सतना सांसद को भी दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब इन महिलाओं ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की पुलिस में शिकायत की है. सतना एसपी ने बताया कि मामले के संज्ञान में आने के बाद शिकायत दर्ज कर ली गई है.