कोरोना और महंगाई ने जिस्मफरोशी के धंधे में दाल दिया: युवती
सिटी सेंटर में कलेक्टोरेट के पीछे एक घर में लॉज का बोर्ड लगाकर जिस्मफरोशी का धंधा किया जा रहा था. पुलिस ने छापा मारा तो वहां दिल्ली और कोलकाता की 5 युवतियां मिली. इसके अलावा एक ग्राहक भी पकड़ा गया. यहां देह व्यापार का अड्डा चलाने वाले दो दलालों अनुज शिवहरे, गौरव जैन के नाम भी सामने आए थे. युवतियों को थाने लाकर पुलिस ने पूछताछ की तो उन युवतियों की दर्दभरी कहानी सामने आई. एक युवती सोनाली (बदला हुआ नाम) ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि पिता का काफी समय पहले निधन हो चुका है. घर की पूरी जिम्मेदारी मां पर आ गई, लेकिन पिता की मौत के बाद मां बीमार रहने लगी. घर में खाने तक के लाले पड़ गए. दो वक्त की रोटी के लिए भी पैसे नहीं थे. कभी पड़ोसी से उधार मांग लेते तो कभी किसी से. घर में छोटी बहन भी थी, उसके भविष्य की जिम्मेदारी भी मेरे ऊपर थी. बीच में कोरोना ने कहर बरपा दिया. कोरोना के बाद महंगाई जान खा गई. ऐसे में कुछ नही सूझा जिस्मफरोशी के धंधे में उतरी तो बाहर निकल ही नहीं पाई. इस धंधे में पैसे मिलते गए तो घर के हालत भी ठीक होने लगे. फिर सोच भी नहीं सकी कि इस धंधे से बाहर निकलना है या नहीं. ऐसे ही कुछ हालात अन्य पकड़ी गई युवतियों के भी थे. सभी आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं. उनकी इसी कमजोरी का फायदा उठाते हुए जिस्मफरोशी के ठेकेदार.