करीना कपूर के मालाबार गोल्ड के विज्ञापन पर विवाद यूजर्स बोले हिंदुओं की भावनाएं हुई आहात
हाल के समय में विज्ञापनों को लेकर कई ब्रांड सोशल मीडिया पर लोगों की नाराजगी का शिकार हो चुके हैं. हुंडई (Hyundai) और किया मोटर्स (Kia Motors) जैसी ऑटो कंपनियां हाल ही में सोशल मीडिया पर बॉयकॉट का शिकार हुई थीं. टाटा ग्रुप की ज्वेलरी कंपनी Tanishq भी एक ऐड को लेकर विवादों में घिर चुकी है. अब इस कड़ी में नया नाम जुड़ा है मालाबार गोल्ड (Malabar Gold) का. एक हालिया ऐड को लेकर लोग इस ज्वेलरी ब्रांड पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं.अक्षय तृतीया के लिए आया मालाबर गोल्ड का ऐडदरअसल अक्षय तृतीया त्योहार को लेकर मालाबार गोल्ड ने हाल ही में एक ऐड जारी किया. ऐड में बॉलीवुड अभिनेत्री करीना कपूरको फीचर किया गया है. करीना अक्षय तृतीया से जुड़े इस विज्ञापन में बिना बिंदी के दिख रही हैं. कई सोशल मीडिया यूजर्स को ये बात रास नहीं आई. लोगों का कहना है कि अक्षय तृतीया हिंदुओं के लिए एक पवित्र त्योहार है और इस मौके पर लोग गहनों की खरीद करते हैं. यूजर्स सवाल उठा रहे हैं कि हिंदुओं के त्योहार के ऐड में करीना कपूर ने बिंदी क्यों नहीं लगाया है?सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहा बॉयकॉटकई यूजर्स #Boycott_MalabarGold और #No_Bindi_No_Business हैशटैग के साथ Twitter पर पोस्ट अपडेट कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, ‘मालाबार गोल्ड का एक नया विज्ञापन हिंदुओं के त्योहारों का माखौल उड़ाने का नया उदाहरण है. भारतीय महिलाओं के पारंपरिक पहनावे में बिंदी महत्वपूर्ण है. हिंदू परंपराओं का मजाक उड़ाना और उम्मीद करना कि आपके लिए हिंदू पैसे खर्च करेंगे…अब और नहीं.’बिंदी नहीं लगाने से आहत हो गए यूजर्सएक अन्य यूजर ने ‘बॉयकॉट मालाबार गोल्ड’ और ‘नो बिंदी, नो बिजनेस’ हैशटैग यूज करते हुए लिखा, ‘तथाकथित जिम्मेदार ज्वेलर अक्षय तृतीया के लिए ऐड जारी कर रहा है और उसमें करीना कपूर बिना बिंदी के है. क्या वे हिंदू संस्कृति का सम्मान करते हैं?’ एक यूजर ने लिखा, ‘बिंदी हिंदुओं के लिए एक लाल डॉट से बढ़कर है. अगर मालाबार गोल्ड जैसा ब्रांड इसे समझने का प्रयास नहीं करता है या जानबूझकर इग्नोर करता है, तो अब समय आ गया है कि हिंदू लोग ऐसे ब्रांड को बाहर का रास्ता दिखा दें.