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खरगोन में गैंगरेप : कांग्रेस बोली- शिवराजजी, यही राक्षसराज वापस लाने के लिए विधायक खरीदे थे?

इंदौर। खरगोन जिला मुख्यालय से 60 किमी दूर झिरन्या के मारुगढ़ गांव में तीन लड़कों ने 15 साल की लड़की को अगवा कर गैंगरेप की सनसनी खेज घटना सामने आई है। पीड़िता को जान से मारने की धमकी दी गई। घटना के दौरान घर में मौजूद पीड़िता के बड़े भाई के साथ भी आरोपियों ने जमकर मारपीट की और जल्दबाजी में बाइक छोड़कर भाग निकले। इस घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस ने सरकार पर सवाल उठाए हैं।
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा – खरगोन में मासूम बेटी के साथ दरिंदगी की घटना, सीहोर में फिर एक किसान की खुदकुशी की घटना, भोपाल में युवा की रोजगार ना मिलने पर खुदकुशी की घटना इसके प्रत्यक्ष उदाहरण है। पता नहीं शिवराज सरकार कब नींद से जागेगी और ऐसी घटनाओं पर रोक लगेगी?
कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा- खरगोन में यूपी जैसी घटना, मध्यप्रदेश के खरगोन में 15 वर्षीय नाबालिग के साथ तीन अज्ञात बदमाशों ने दुष्कर्म किया और लड़की के भाई से मारपीट की। शिवराज जी, यही राक्षसराज वापस लाने के लिये विधायक ख़रीदे थे..? “बेशर्म राज”
घटनाक्रम
घटना मंगलवार-बुधवार की तीनों आरोपियों ने 15 साल की किशोरी को अगवाकर 200 मीटर दूर खेत में ले जाकर गैंगरेप किया और जान से मारने की धमकी दी। इस दौरान उसके बड़े भाई के साथ आरोपियों ने जमकर मारपीट की। भाई ने फोन पर परिजन और पुलिस को सूचना दी। घटना के कुछ देर के बाद तीन आरोपी भी दिखे। वह बाइक लेने आए थे, लेकिन बाइक चालू नहीं हुई तो उसे छोड़कर भाग गए। उनकी उम्र 20-30 साल के बीच है।
पुलिस को शक है कि वे क्षेत्र के होकर इंदौर आने-जाने वाले हो सकते हैं। जानकारी के मुताबिक युवक (19) और छोटी बहन (15) के साथ खेत में टापरी बनाकर एक साल से मजदूरी कर रहे थे।
पीड़िता ने कहा- मुंह कपड़े से बांध दिया था ताकि चिल्ला न सकूं
रात करीब 3 बजे परिजन पीड़िता को लेकर गांव पहुंचे। यहां पीड़िता रोती रही। सुबह करीब 6 बजे पीड़िता की मां पहुंची तो उसने घटनाक्रम बताया। दो घंटे के बाद पुलिस को शिकायत की। पीड़िता ने बताया कि तीनों ने मुंह पर कपड़ा बांधा था। इसमें दो युवक आदिवासी बोली में बात कर रहे थे। जबकि एक हिंदी व निमाड़ी बोल रहा था। मेरा मुंह कपड़े से बांध दिया था। ताकि में चिल्ला न सकूं। ज्यादती के बाद मुझे गाली-गलौच करते हुए खूब लात-घूंसों से मारपीट की। मेरा गला दबा रहे थे। मुझे लगा अब नहीं बच सकेंगे। इसके बाद मुझे छोड़कर भाग गए।
परिजनों ने तलाशा तो रास्ते में बहन घायल मिली

पीड़िता के भाई ने बताया रात 1 बजे तीन लोग आए और भाई से पीने के लिए पानी मांगा। इसके बाद वे चले गए। 10 मिनट के बाद दोबारा आए। इस बार शराब मांगी। इंकार किया तो मारपीट शुरू कर दी। दो बदमाश बहन को उठाकर खेतों की ओर ले जाने लगे। मैंने विरोध किया तो मुझे लकड़ियों से मारा। किसी तरह उनसे छूटकर गांव की तरफ भागा। खेत मालिक व बामनपुरी में परिजनों को मोबाइल से सूचना दी। इसके बाद बाइक लेकर 5 परिजन पहुंचे। परिजन ढूंढते हुए आईटीआई कॉलेज की ओर पहुंचे। यहां रास्ते मंे बहन घायल मिली। वे आसपास दिखे तो परिजनों ने तीनों का पीछा किया, लेकिन वह नहीं मिले। आरोपियों ने पीड़िता के भाई को लकड़ियों से पीटा। उसकी जांघों में सूजन आ गया। पीठ पर लकड़ी के निशान है।