पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर कांग्रेस विधायकों ने किया विधानसभा से वॉकआउट
राज्य में पेट्रोल के दाम शतक पूरा कर चुके हैं. वहीँ डीजल भी अब इस ओर अग्रसर है. पेट्रोल और डीजल मूल्य वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस के आक्रामक तेवर बरकरार हैं. सड़कों के बाद अब विधानसभा में भी विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा. शून्यकाल के दौरान कांग्रेस के विधायकों ने पेट्रोल और डीजल में हो रही मूल्य वृद्धि पर चर्चा कराने की मांग की. सरकार जब इस पर चर्चा के लिए तैयार नहीं हुई तो कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया.
कांग्रेस विधायक आम जनता से जुड़े मुद्दे पर सदन के अंदर चर्चा कराने की मांग पर अड़ा था.कांग्रेस विधायक प्रियव्रत सिंह ने सदन के अंदर पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों पर चर्चा नहीं कराने पर वॉकआउट का ऐलान किया और उसके बाद कांग्रेस के सभी विधायक सदन के बाहर आ गए. विपक्ष ने सदन के बाहर जमकर नारेबाजी की और गांधी प्रतिमा के सामने धरना देकर बैठ गए.
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर हो सदन में चर्चा
नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम पर सरकार को सदन में चर्चा करानी चाहिए. लेकिन सरकार चर्चा से भाग रही है. पेट्रोल और डीजल मूल्यवृद्धि के खिलाफ कांग्रेस का आंदोलन जारी रहेगा. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कोरोना का डर दिखाकर सरकार विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है. क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में सभी तरह के धरना प्रदर्शन मेला के आयोजनों पर रोक लगाने का फैसला हुआ है. सरकार इस तरह के फैसले से पेट्रोल-डीजल मूल्य वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस के आंदोलन को दबाने की कोशिश में है. लेकिन 3 मार्च को कांग्रेस का विधानसभा घेराव होकर रहेगा. सदन में भी विपक्ष इस मामले को जोर-शोर के साथ उठाएगा.