उप मुख्यमंत्री के खिलाफ कांग्रेस विधायक का सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र, अभय मिश्रा ने पूछा ‘क्या इन्हें CM की शक्तियां प्राप्त हैं’
भोपाल : रीवा ज़िले के सेमरिया विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को लेकर सवाल किए हैं। कांग्रेस एमएलए ने कहा है कि आख़िर क्यों जिले के अधिकारियों पर उनके द्वारा स्थानांतरण का भय एवं प्रशासनिक दबाव बनाया जा रहा है और प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में दखल दिया जा रहा है।
विधायक द्वारा लिखा गया पत्र
इस पत्र में कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने लिखा है कि ‘आप मान. मुख्यमंत्री जी के रूप में पूरे प्रदेश की जनता के पालक हैं..भले ही किसी ने आपको वोट किया है या नहीं। किसी विधानसभा क्षेत्र में यदि 630 वोट से बीजेपी हार गई है तो भी आप समस्त जनता के निर्वाचित मुख्यमंत्री हैं एवं क्षेत्र का विकास रोककर पूरी जनता से बदला लेना आपकी गरिमा के अनुरूप उचित नहीं है। फिर वे लोग जिनने बीजेपी को वोट किया है उनका भी विकास अवरूद्ध किया जा रहा है।’
‘मेरी जानकारी अनुरूप प्रदेश सरकार के रूल्स आफ बिजनेस में कैबिनेट के मुखिया होने के नाते मान. मुख्यमंत्री महोदय को विभिन्न तरह की शक्तियां प्राप्त है एवं कैबिनेट से अनुमोदन की प्रत्याशा में आपकी प्रत्येक घोषणा अपने आप में रामवाक्य है ? एवं माननीय डिप्टी.सी.एम. महोदय का पद मूल रूप से कैबिनेट मंत्री का पद है एवं कैबिनेट के माध्यम से ही उप मुख्यमंत्री का दर्जा प्रदत्त किया गया है। जैसे कि मण्डल एवं बोर्ड के अध्यक्षों को राज्य सरकार द्वारा कैबिनेट अथवा राज्य मंत्री का दर्जा प्रदत्त कर दिया जाता है। माननीय डी.सी.एम. महोदय जिस विभाग के मंत्री है अथवा किसी जिले के प्रभारी मंत्री हैं वैधानिक रूप से अपने विभाग एवं प्रभार के जिले में अधिकारियों की बैठक ले सकते हैं एवं निर्देश दे सकते हैं जिसका कार्यवाही विवरण एवं पालन प्रतिवेदन जारी होगा इसके अतिरिक्त अन्य शक्तियां प्राप्त नहीं है।’
‘मैं जानना चाहता हूँ कि क्या मान. मुख्यमंत्री महोदय को प्राप्त शक्तियां एवं अधिकार क्षेत्र माननीय डी.सी.एम. महोदय को किसी जिले/विधानसभा क्षेत्र जैसे सेमरिया 69 हेतु प्रदत्त है ? यदि हां तो पत्र के माध्यम से मुझे सूचित किया जावे ताकि मैं भी डी.सी.एम. महोदय को बतौर माननीय मुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार कर तद्नुरूप परिपालन कर सकूं तब उनकी बैठकों में दिये गये निर्णयों का मिनट बुक जारी होना चाहिये, यदि ऐसा है तो मप्र के जिला रीवा में 20 वर्ष पूर्व की स्थिति अनुरूप अघोषित रूप से बतौर मुख्यमंत्री कार्य कर चुके पं. श्री निवास तिवारी जी बनने का प्रयास माननीय डी.सी.एम. महोदय द्वारा क्यों किया जा रहा है?’
‘जिले के अधिकारियों पर स्थानांतरण का भय एवं प्रशासनिक दबाव के चलते प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में क्यों दखल दिया जा रहा है। मुख्य रूप से विधानसभा क्षेत्र सेमरिया-69 में यहां पूर्व से जिला पंचायत के माध्यम से बसामन मामा एनीकट कार्य हेतु लगभग 04 करोड़ का एवं मार्ग निर्माण हेतु 1.5 करोड़ स्वीकृत होने के बावजूद कार्य रोक रखा गया है। हैण्डपंप तक नहीं होने दिये जा रहे है सभी तरह के विकास कार्यों को रोका जा रहा है। पूरे जिले में चल रहे सभी निर्माण कार्य ठेकेदारों की रिंग बनाकर निर्माण ठेकों को उच्चतम दर में लेकर एवं ओवर ब्रिज/पुलों के कार्य में फर्जी प्राक्कलन के द्वारा दुगनी लागत से कार्यों को कराया जा रहा है जिसमें माननीय डी.सी.एम. महोदय अप्रत्यक्ष रूप से भागीदार हैं। इनकी आत्मा विधानसभा क्षेत्र सेमरिया-69 एवं रीवा में रिंग रोड निर्माण के इर्द-गिर्द भटक रही है। इन्हें रीवा में नींद नहीं आती है। कई-कई रात्रि चैन की नींद की तलाश में विश्राम हेतु सेमरिया में शरण लेनी पड़ती है सेमरिया में इनके द्वारा पूर्व से ही गौशाला के नाम पर करोड़ों की जमीन का खेल किया जा चुका है। कृपया मार्गदर्शन दें कि इन्हें मुख्यमंत्री महोदय की शक्तियां प्रदत्त है या नहीं? यदि है तो मैं भी वैधानिक रूप से अनुसरण करना चाहूँगा यदि नहीं तो ये प्रशासन को चमकाना बन्द करें, ऐसी अपेक्षा है।’