ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम बदलने की बयानबाजी पर कांग्रेस नेता सतीश सिकरवार का पलटवार
ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के दौरे पर हैं तो कांग्रेस नेताओं के उन पर जुबानी हमले भी तेज हो गए हैं. ग्वालियर का नाम बदलने को लेकर शुरू हुई बयानबाजी अब खुद सिंधिया का नाम बदलने तक पहुंच गई है. ग्वालियर के कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने कहा है कि सिंधिया को अपना नाम ज्योतिरादित्य की जगह अंधेरादित्य सिंधिया रख लेना चाहिए.
सिकरवार ने यह बयान सिंधिया की सलाह के जवाब में दिया है जो उन्होंने एक दिन पहले दिया था. ग्वालियर का नाम बदलने की मांग के बारे में पूछे जाने पर सिंधिया ने कहा था कि कांग्रेस को ही अपना नाम बदल लेना चाहिए.
बयानबाजी की शुरुआत तब हुई जब कांग्रेस ने ग्वालियर का नाम रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर रखने की मांग की थी. कांग्रेस की इस मांग का समर्थन गुना-शिवपुरी के बीजेपी सांसद केपी यादव ने भी किया था. यादव ने ही 2019 के लोकसभा चुनाव में सिंधिया को हराया था.
सिंधिया जब ग्वालियर पहुंचे तब उनसे भी इस बारे में सवाल पूछे गए. जवाब में सिंधिया ने कहा था कि जब देश, दुनिया और प्रदेश में महामारी फैली है, तब भी कांग्रेस राजनीति कर रही है. कांग्रेस की इतनी ही रुचि है. नाम बदलने की बात है तो कांग्रेस को अपना नाम बदलना चाहिए. जनता का दोबारा समर्थन पाने के लिए कांग्रेस को नाम बदलना पड़ेगा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान दोहराते हुए कहा था कि कांग्रेस की शक्ल नामदारों की है,बीजेपी की शक्ल कामदारों की है.
सतीश सिकरवार ने सिंधिया को जवाब देते हुए लोकसभा चुनाव में उनकी हार पर भी तंज कसा. सिकरवार ने सिंधिया को केपी यादव के हाथों मिली हार की भी याद दिलाई. सिंधिया का ग्वालियर-चंबल दौरा अब भी जारी है. अब देखना यह है कि वे अब इसका क्या जवाब देते हैं.