सैम पित्रोदा के बयान से फिर मुश्किल में कांग्रेस, पार्टी ने किया खंडन, कहा ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इससे अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है’
नई दिल्ली : लोकसभा चुनावों के बीच में सैम पित्रोदा अपनी ही पार्टी के लिए बार बार मुश्किलें खड़ी करते जा रहे हैं। एक बार फिर वो अपने बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं। स्थिति ये हो गई कि हर तरफ से कड़ी आलोचना के बाद अब पार्टी ने ख़ुद को इससे अलग करते हुए कहा है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इससे पूर्ण रूप से अपे आपको अलग करती है और इसका खंडन करती है।
सैम पित्रोदा के बयान पर फिर हंगामा, पीएम मोदी ने जताया ग़ुस्सा
दरअसल सैम पित्रोदा का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमें वो कहते दिख रहे हैं ‘भारत एक विविधताओं से भरा देश है। यहाँ पूर्वी भारत में रहने वाले लोग चाइनीज दिखते हैं, उत्तर भारत के लोग श्वेत दिखते हैं, पश्चिम भारत के लोग अरब जैसे दिखते हैं और दक्षिण के लोग अफ्रीकन जैसे दिखते हैं। लेकिन इससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। हम सब भाई बहन हैं। हम दूसरी भाषाओं, धर्म और रीति रिवाजों का सम्मान करते हैं।’ इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के अध्यक्ष इस बयान के सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसपर बेहद कड़ी प्रतिक्रिया दी है। तेलंगाना में एक सभा में उन्होंने कहा ‘आज मैं बहुत ग़ुस्से में हूँ’। पीएम ने कहा कि शहज़ादे के फिलॉसोफर ने इतनी बड़ी गाली दी है, जिसने मुझमें ग़ुस्सा भर दिया है। क्या मेरे देश में चमड़ीके रंग के आधार पर लोगों की योग्यता तय होगी। शहज़ादे को किसने इजाज़त दी है। ये लोग चमड़ी के रंग के आधार पर मेरे देशवासियों का अपमान कर रहे हैं।
कांग्रेस ने ख़ुद को विवादित बयान से अलग किया
इस हंगामे के बाद अब कांग्रेस ने एक बयान जारी कर ख़ुद को पूरे मामले से अलग कर लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा है कि ‘सैम पित्रोदा द्वारा भारत की अनेकताओं को जो उपमाएं दी गई हैं, वो बिलकुल ग़लत है..दुर्भाग्यपूर्ण है और बिलकुल अस्वीकार्य है। बिलकुल अस्वीकार्य है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस इन उपमाओं से अपने आप को पूर्ण रूप से अलग करती है और इनका खंडन करती है।’
बता दें कि हाल ही में सैम पित्रोदा ने ‘विरासत कर’ को लेकर एक बयान दिया था और कहा था कि अमेरिका में विरासत कर लगता है जिसके तहत संपत्ति का 55 प्रतिशत सरकार के पास जाता है और 45 प्रतिशत बच्चों को हस्तांतरित होता है। उन्होंने इसे दिलचस्प क़ानून बताते हुए कहा था कि इसके भारत में भी चर्चा करनी चाहिए। इस बयान के बाद भी कांग्रेस मुश्किलों में घिर गई थी और प्रधानमंत्री सहित बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने चुनावी सभाओं में मंच से कांग्रेस पर हमला किया था। अब एक बार फिर सैम पित्रोदा ने अपने बयान से अपनी ही पार्टी को मुश्किल में डाल दिया है। हालत ये हो गई कि कांग्रेस को इसपर स्पष्टीकरण देते हुए ख़ुद को इससे अलग करने का बयान देना पड़ा है।