BhopalEducationFEATUREDGeneralNationalNewsPolitics

कांग्रेस की मांग,12वीं की परीक्षा के मार्क्स का मिलान नीट टॉपर्स के साथ हो, 580 से ज्यादा अंक पाने वालों के परीक्षा केंद्रों के नाम जारी हों…

नई दिल्ली : नीट रिजल्ट को लेकर देश में सियासत तेज है, कांग्रेस लगातार परीक्षा में हुए घोटाले की निष्पक्ष जाँच की मांग कर रही है, कांग्रेस को इस बात पर भी आपत्ति है कि परीक्षा पे चर्चा करने वाले प्रधानमंत्री इस परीक्षा परिणाम घोटाले पर चुप हैं उधर शिक्षा मंत्री भी मुद्दे से भाग रहे हैं, कांग्रेस ने अब कुछ और नई मांग सरकार से की है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आज नीट परीक्षा में पास हुए बच्चों के मार्क्स को बड़ी सी स्क्रीन पर दिखाते NTA और केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा, पवन खेड़ा ने परीक्षा में बड़े पैमाने पर हुए घोटाले के प्रमाण सहित उदाहरण देते हुए कहा कि 24 लाख बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होने के बाद भी सरकार चुप है ये शर्म की बात है।

CBI जाँच की मांग के बाद कांग्रेस ने अब और की ये चार मांग 

कल कांग्रेस के सीनियर लीडर गौरव गोगोई ने कहा था कि कांग्रेस इस मामले में CBI जांच चाहती है और यदि सरकार CBI जांच के लिए तैयार नहीं है तो हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो। आज कांग्रेस ने मांग की कि 580 से ज्यादा अंक पाने वाले छात्रों के परीक्षा केंद्रों के नाम जारी किए जाएं। 12वीं के बोर्ड के मार्क्स का मिलान NEET के टॉपर्स के साथ किया जाए। जिन एग्जाम सेंटर पर औसत से ज्यादा हाई मार्क्स वाले परीक्षार्थी हैं, उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी जारी की जाए और उन तमाम बच्चों की सूची जारी की जाए, जिन्होनें विंडो का लाभ उठाते हुए अपने एग्जाम सेंटर्स बदले।

NTA पर SC का जजमेंट मिसकोट करने का आरोप 

पवन खेड़ा ने सुप्रीम कोर्ट में कल NTA द्वारा दिए गए जवाब पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि  कल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने कोर्ट में लीपापोती की पूरी कोशिश करते कहा कि हमने टाइम लॉस की वजह से 1563 बच्चों को ग्रेस मार्क्स दिये और सुप्रीम कोर्ट के एक जजमेंट को कोट किया। जजमेंट को कोट करते हुए NTA ने कहा कि अगर बच्चों को टाइम लॉस होता है तो कैलकुलेट करके उन्हें ग्रेस मार्क दिया जाता है, जबकि उसी जजमेंट में स्पष्ट लिखा है कि इंजीनियरिंग और मेडिकल इस कैटेगरी में नहीं आते। उन्हें टाइम लॉस पर ग्रेस मार्क नहीं दे सकते। अब सोचिए कि यह सरकार किस स्तर पर गिरकर लीपापोती कर सकती है।

शिक्षा मंत्री की चुप्पी पर भड़की कांग्रेस  

पवन खेड़ा ने कहा परीक्षा का नाम है NEET,  लेकिन रिजल्ट देख कर ये प्रक्रिया कहीं से भी ‘साफ, स्वच्छ या स्वस्थ’ नहीं लगती। इस परीक्षा के माध्यम से देश के 24 लाख बच्चों के भविष्य पर पानी फेर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 8 साल में 7 ऐसे छात्र थे, जो पूरे अंक लाए लेकिन इस साल 67 छात्र पूरे अंक लेकर आए। इस पर शिक्षा मंत्री का कोई जवाब नहीं है। जब बिहार में पुलिस ने पेपर लीक के मामले में कुछ लोगों को पकड़ा और गुजरात के गोधरा में भी ऐसा मामला निकला, तब ये घोटाला सामने आया।

मंत्रियों की जवाबदेही पर कांग्रेस ने किये सवाल 

दुर्भाग्य यह भी है कि आज रेल मंत्री हो, शिक्षा मंत्री हो, गृह मंत्री हो या प्रधानमंत्री, कोई जवाबदेही नहीं लेना चाहता है। UPA के शासन काल में सिर्फ आरोप लगने पर इस्तीफा दे दिया जाता था। आज मंत्री मुस्कुराते हुए आरोप देश के नागरिकों पर लगाता है कि ये ‘मोटिवेटेड प्रोटेस्ट’ हो रहा है। इस पूरे मामले की निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए और जो दोषी हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए।