सीएम डॉ. मोहन यादव ने किया रानी दुर्गावती का पुण्य स्मरण, जबलपुर को उनके नाम से दी ये सौगातें…
भोपाल : सीएम मोहन यादव ने जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर 500वें जन्म शताब्दी समारोह का शुभारंभ किया। रानी दुर्गावती के 461वें बलिदान दिवस पर जबलपुर में आयोजित ‘पुण्य स्मरण समारोह’ में उन्होंने कई बड़ी घोषणाएँ की और कहा कि उनके रूप में ऐसी वीरांगना ने जन्म लिया, जिन्होंने न केवल भारत का मान बढ़ाया बल्कि गोंडवाना राज्य में चार चांद लगाकर इतिहास में अमर हो गईं।
रानी दुर्गावती पर आधारित विविध कार्यक्रम होंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने तय किया है कि रानी दुर्गावती का जीवन चरित्र हम विभिन्न यत्नों से दुनिया के सामने ले जाएँगे। उनकी जीवनी को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाएँगे। अलग अलग अवसरों पर सेमिनार आयोजित किए जाएँगे और लोगों तक उनके बारे में जानकारी पहुँचाई जाएगी। उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र रानी दुर्गावती के साथ रानी अवंतीबाई और रानी लक्ष्मीबाई तक जाता है। ये वीरांगनाएँ हमारे इतिहास का गौरव है। रानी के जीवन के प्रसंग समाज के सामने लाने की आवश्यकता है।
सीएम ने कहा कि हमने सरकार गठन के बाद रानी दुर्गावती जी की 500वीं जन्म शताब्दी को मान सम्मान देने के लिए पहली कैबिनेट संस्कारधानी जबलपुर की धरती पर आयोजित की और महान वीरांगना के प्रति कृतज्ञता और सम्मान प्रकट किया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में पधारे जनजातीय भाई-बहनों के प्रेम व स्नेह की वर्षा से हृदय आनंदित है, मैं उन्हें ये विश्वास दिलाता हूं कि मध्यप्रदेश सरकार जनजातीय वर्ग के उत्थान व कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
सीएम ने की ये बड़ी घोषणाएँ
सीएम ने इस अवसर पर बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि रानी दुर्गावती के माध्यम से हमने एक अभियान चलाया है। 5 अक्टूबर को रानी दुर्गावती के 500वें जन्म शताब्दी समारोह का समापन होगा और तब तक हर महीने रानी दुर्गावती से जुड़ा कोई न कोई उत्सवर और कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने घोषणा की कि वीरांगना रानी दुर्गावती के विविध पक्षों को सामने लाने के लिए उनके नाम से 5 लाख का पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं गढ़ मंडला में रानी दुर्गावती के नाम से स्टेडियम के लिए भी जल्द मंजूरी मिलेगी। जबलपुर एयरपोर्ट का नाम रानी दुर्गावती के नाम पर करने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति ली जाएगी। जबलपुर में बनने वाला ब्रिज भी रानी दुर्गावती के नाम पर किया जाएगा साथ ही मढ़ा ताल, हनुमान ताल सहित अन्य जल संरचनाओं के विकास के कार्य किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने किया जनजातीय नृत्य
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने पौधारोपण किया और जनजातीय समूह के साथ पारंपरिक नृत्य में सहभागिता भी की। उन्होंने कहा कि जनजातीय संस्कृति, वेशभूषा, कला और परंपराएं अद्भुत है जिसमें आनंद भी है, उत्साह भी है और उल्लास भी है। उन्होंने कहा कि जनजातीय वर्ग के सर्वांगीण विकास के लिए मध्यप्रदेश सरकार संकल्पित है। हमें गर्व है कि ऐसी वीरांगनाओं के भरोसे, भारत दुनिया में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में सदैव समर्थ रहा है। वीरांगना रानी दुर्गावती बलिदान दिवस कार्यक्रम में जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल और संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धमेन्द्र सिंह लोधी भी उपस्थित रहे।