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कोविड केयर केंद्र बंद किया जाना समझदारी का निर्णय नहीं है : कमल नाथ

पीसीसी चीफ कमल नाथ ने शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा है कि ऐसे समय में जब मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण का आँकड़ा 2.5 लाख के क़रीब पहुँच चुका है,अभी तक घोषित मौतों का आँकड़ा 3641 पर पहुँच चुका है. प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले भी बढ़ रहे है और रोज़ मौतें भी हो रही हैं, ऐसे में  कोविड केयर सेंटर को बंद करना बेहद ही अविवेकपूर्ण निर्णय है.

कमल नाथ ने कहा है कि ‘जब तक कोरोना संक्रमण ख़त्म नहीं हो जाता है तब तक तो प्रदेश में कोविड केयर सेंटर चालू ही रहना चाहिए. यह सही है कि शिवराज जी आप और भाजपा अपनी सुविधानुसार कोरोना को कभी मामूली सर्दी-खांसी और कभी डरावना व भयावह बताते आए हैं.’
दरअसल राज्य सरकार ने हाल ही में भोपाल को छोड़कर राज्य के सभी कोविड केयर केंद्रों को बंद करने का फरमान सुनाया है. सरकार का कहना है कि ज़्यादातर कोविड केयर केंद्रों पर मरीज़ आ ही नहीं रहे हैं, लिहाज़ा उन्हें खोले रखने का कोई औचित्य नहीं है. हालांकि अगर किसी ज़िले में कोरोना के मामले बढ़े, तो राज्य सरकार से दोबारा अनुमति लेकर कोविड केयर केंद्रों को फिर से खोला जा सकता है. लेकिन सरकार के पास विपक्ष के इस आरोप का क्या जवाब है कि अगर कोरोना के मरीज़ इतने कम हो गए हैं कि कोविड केयर सेंटर खाली पड़े हैं तो इस महामारी को बहाना बनाकर विधानसभा सत्र क्यों स्थगित कर दिया गया? नगरीय निकाय के चुनाव क्यों टाल दिए गए?