BhopalMadhya Pradesh

सिंधिया के भाषण में हंगामा मुख्यमंत्री भी थे मौजूद

– पूर्व विधायक के लिए बजाई तालियां सिंधिया के लिए विरोध

शिवपुरी : उप चुनाव से पूर्व शिवपुरी जिले के पोहरी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सभा में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाषण के दौरान आज जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन और हंगामे का नजारा देखने में आया। ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण की मांग के मुद्दे पर विरोध करने आए युवकों की भीड़ तमाम सुरक्षा बंदोबस्तोंं के बीच बैनर लेकर सभा स्थल की अग्रिम पंक्ति तक घुसने में कामयाब रही। प्रदर्शनकारियों की प्रायोजित भीड़ ने ठीक उस समय नारेबाजी शुरू की जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपना भाषण शुरू किया। हालात यहां तक बने कि सिंधिया को मंच भाषण को बीच में रोक कर चेतावनी मूलक लहजे में इस हंगामाई भीड़ को डपटना पड़ा, मगर युवाओं की यह भीड़ किसी की सुनने को तैयार नहीं हुई इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को भी प्रदर्शनकारियों से शांत रहने की अपील करना पड़ी मगर वह भी बेअसर रही। यहां बैनर लहराते प्रदर्शनकारियों में कई असभ्य भाषा का प्रयोग भी करते सुने गए बताया जाता है कि इसी भीड़ ने सिंधिया के आगमन से पूर्व यहां मंच से उद्वोधन दे रहे भाजपा के पूर्व विधायक प्रहलाद भारती के समर्थन में जमकर तालियां बजाई थीं और जिन्दाबाद के नारे भी लगाए मगर सिंधिया के भाषण के दौरान यही भीड़ जब मुर्दाबाद के नारों के साथ विरोध करती दिखाई दी तो यह सब कुछ कई मायनों में प्रायोजित विरोध भी लगा।

पूरे भाषण के दौरान यहां सिंधिया विरोधी नारे गूंजते रहे और बाद में स्थिति यह बनी कि खुद सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भाषण खत्म करने के साथ ही इन प्रदर्शनकारियों की भीड़ में जा घुसे। यह देख पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह भी सन्न रह गए और उन्होंने स्वयं पहुंच कर भीड़ में शामिल प्रदर्शनकारियों को दूर करने का जतन किया। इस दौरान सांसद ज्योतिरादित्य ने जब इन नारेबाजों से शांति से बात रखने की अपील की तो कुछ लोगों ने निहायत ही उग्र तेवरों के साथ उनसे मुंह जोरी तक करने से गुरेज नहीं किया। हालांकि श्री सिंधिया निरंतर उनकी बातों को ध्यान से सुनने और समझाइश देने की मुद्रा में दिखे, मगर प्रदर्शन कारियों की भीड़ में शामिल कुछ युवक उनसे उग्र लहजे में चिल्ला चिल्ला कर बात करते सुने गए। यह वही भीड़ थी जो पूर्व विधायक के समर्थन में कुछ देर पूर्व तालियां पीट रही थी, मगर सिंधिया के मंचासीन होते ही यह भीड़ जिस अंदाज में अपने तेवर बदले दिखाई दी वह समझ से परे रहा। इसी दौरान बरकेश्वर बांध निर्माण की मांग को लेकर एक और प्रदर्शन कारियों का जत्था वहां आ गया। स्थिति इस हद तक आपाधापी पूर्ण बनी कि सीएम और सिंधिया की गाड़ी के आड़े भी प्रदर्शनकारी सामने आ गए जिन्हें पुलिस ने बल प्रयोग कर बमुश्किल हटाया।