सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों का क्षेत्र में विरोध से भाजपा की मुश्किलें बढ़ी i
भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले 27 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में सबसे ज्यादा सरगर्मी उन सीटों पर है जिन सीटों पर कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का भगवा चोला उड़ने का काम हुआ हैं। दरअसल कांग्रेस विधायकों के दल बदलने को लेकर उनके विधानसभा क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पूर्व विधायक के विधानसभा क्षेत्र में पहुंचने पर कई जगह से विरोध करने और काले झंडे दिखाने के फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं। लेकिन पूर्व विधायकों के विरोध को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है।
प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद भदौरिया ने कहा है कि पूर्व विधायकों का विरोध पूरी तरीके से कांग्रेस प्रायोजित है। भदौरिया ने कांग्रेस पर प्रदूषित राजनीति के चलते पूर्व विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और काले झंडे दिखाने का आरोप लगाया हैं।
सहकारिता मंत्री ने दावा किया है कि बीजेपी सरकार के कामों को लेकर खुश जनता भाजपा पर ही मुहर लगाएगी और उपचुनाव के नतीजे कांग्रेस को करारा जवाब देने का काम करेंगे। सहकारिता मंत्री भदौरिया के मुताबिक पूर्व विधायकों को लेकर कहीं भी जनता में नाराजगी नहीं है और विकास कार्यों को लेकर उपचुनाव वाली सीटों पर जनता का पूरा समर्थन बीजेपी को हासिल हो रहा है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक को लेकर हो रहे विरोध में जिन पूर्व विधायकों का विरोध हो रहा है उनमें प्रदेश के मंत्री गिर्राज दंडोतिया, मंत्री हरदीप सिंह डंग, मंत्री बिसाहूलाल सिंह, मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव, मंधाता से पूर्व विधायक नारायण पटेल, बड़ा मलहरा से पूर्व विधायक प्रदुम सिंह लोधी शामिल हैं।
वहीं बीजेपी के कांग्रेस पर प्रायोजित विरोध करने के आरोप पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि पूर्व विधायकों का विरोध असंतुष्ट बीजेपी के नेता कर रहे हैं। जनता के साथ भाजपा नेता कार्यकर्ता पूर्व विधायकों का विरोध कर रहे हैं और उपचुनाव में यह असरदार साबित होगा।
बहरहाल उपचुनाव में जीत के लिए बीजेपी और कांग्रेस पूरा जोर लगाने का काम कर रहे हैं और यही कारण है कि कांग्रेस पूर्व विधायकों के होने वाले विरोध को हवा देने की कोशिश में लगी है। ताकि उपचुनाव में इसका फायदा लिया जा सके. लेकिन अब इस मामले को लेकर बीजेपी के आरोपों से प्रदेश का सियासी माहौल गर्म हो उठा है।