कांग्रेस और बीजेपी ने शुरू कर दी उपचुनाव के लिए जोर आजमाइश
मध्य प्रदेश में 4 सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का ऐलान भले अभी न हुआ हो, लेकिन बीजेपी और कांग्रेस ने उपचुनाव वाली सीटों पर जोर आजमाइश शुरू कर दी है. सबसे अहम खंडवा सीट पर कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार अरुण यादव ने सभी आठों विधानसभा सीट पर पहुंच कर अपनी दावेदारी को मजबूत कर लिया है. अरुण यादव ने खंडवा लोकसभा सीट के तहत आने वाली विधानसभा सीट बागली, खंडवा, पंधाना, मांधाता, भीकनगांव, बड़वाह, बुरहानपुर, नेपानगर का दौरा कर लोगों के बीच पहुंचना शुरू कर दिया है.
वे अपने जनसंपर्क के दौरान न सिर्फ फसलों को हो रहे नुकसान, बल्कि सरकार की योजनाओं की हकीकत को भी परखने में लगे हैं. कांग्रेस पार्टी ने अभी तक खंडवा लोकसभा सीट को लेकर उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है, लेकिन यादव की खंडवा लोकसभा सीट पर सक्रियता बताती है कि कांग्रेस उन्हीं के सहारे ही खंडवा सीट के उपचुनाव में उतरेगी.
हालांकि अरुण यादव अपने जनसंपर्क को संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में हो रहे प्रयास बता रहे हैं. उनका कहना है कि चुनाव को लेकर उनकी 24 घंटे तैयारी रहती है. लेकिन, पीसीसी के निर्देश पर मंडलम स्तर पर संगठन को मजबूत किया जा रहा है.
बीजेपी उम्मीदवार पर लग रहीं अटकलें
दूसरी ओर, अब तक खंडवा लोकसभा सीट को लेकर रणनीति बनाने में जुटी बीजेपी भी अपनी सक्रियता बढ़ा रही है. पहले बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की आशीर्वाद यात्रा खंडवा लोकसभा सीट के करीब से गुजरी तो उसके बाद प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने वहां पहुंचकर बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाया. शर्मा ने यहां कुशाभाऊ ठाकरे के नाम पर सहानुभूति के वोट बटोरने का अभियान शुरू किया है. दरअसल खंडवा सीट पर कुशाभाऊ ठाकरे चुनाव लड़ चुके हैं और ऐसे में बीजेपी ठाकरे के नाम पर लोगों के बीच सहानुभूति बनाने की कोशिश में जुट गई है.
हालांकि, बीजेपी के संभावित उम्मीदवार को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. खंडवा सीट पर दावेदारी कर रही पूर्व मंत्री अर्चना चिटनिस को पार्टी ने प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी है. ऐसा माना जा रहा है कि खंडवा सीट पर बीजेपी पूर्व सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के बेटे को अपना उम्मीदवार बना सकती है.