शिक्षा मंत्रालय का बड़ा फैसला, यूजीसी नेट परीक्षा रद्द, पेपर लीक का शक, CBI करेगी मामले की जांच…
नई दिल्ली : शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी नेट को लेकर बड़ा फैसला लिया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 18 मई को आयोजित की गई परीक्षा को रद्द कर दिया है। एक बार पुनः परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। यह फैसला परीक्षा की पवित्रता बनाए रखने और छात्रों के हितों की रक्षा करने के लिए लिया गया है। पेपर लीक या परीक्षा से संबंधित अन्य गड़बड़ियों का अंदाजा लगाया जा रहा है। मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जाएगी।
मंत्रालय ने कही ये बात
मंत्रालय ने बुधवार को कहा, “यूजीसी नेट परीक्षा पर गृह मंत्रालय ने तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (14 सी) की राष्ट्रीय साइबर अपराध खरता विश्लेशन इकाई से कुछ इनपुट प्राप्त हुए हैं। ये इनपुट प्रथम दृष्ट्या संकेत देते हैं कि परीक्षा कि सत्यनिष्ठा से समझौता किया गया है। परिकसजा प्रक्रिया की उच्चतम स्तर की पारदर्शिता और पवित्रता सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि यूजीसी नेट परीक्षा रद्द कर दी जाए। नए सिरे से परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस मामले की गहन जांच के लिए केस सीबीआई को सौंपा गया है”
दो शिफ्टों में हुई थी 83 विषयों की परीक्षा
बता दे की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 18 जून को दो शिफ्टों में परीक्षा काआयोजन किया गया था। 83 विषयों की परीक्षा आयोजित की गई थी। पहली शिफ्ट का आयोजन सुबह 9:30 बजे से लेकर दोपहर 12:30 बजे तक किया गया था। इस दौरान कोई 42 विषयों की परीक्षा हुई थी। वहीं दूसरी शिफ्ट दोपहर 3:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक थी, इस दौरान 41 विषयों की परीक्षा हुई थी। 317 शहरों के1205 केंद्रों पर पेन एवं पेपर मोड में परीक्षा आयोजित की गई थी।
11 लाख से अधिक उम्मीदवार परीक्षा में हुए थे शामिल
मंगलवार को आयोजित यूजीसी नेट परीक्षा में कुल 11, 21,225 उम्मीदवार शामिल हुए थे। जिसमें से महिला उम्मीदवारों की संख्या 6,35,587, पुरुष उम्मीदवारों की संख्या 4,85,579 और थर्ड जेंडर उम्मीदवारों की संख्या 59 रही।