विकास से दूर : नदी पार कर बुजुर्ग को इलाज के लिए अस्पताल गए, 21वीं सदी में 18वीं सदी के हालात
धार : मध्यप्रदेश सरकार विकास के चाहे जितने दावे कर ले, लेकिन आज भी कई क्षेत्र ऐसे हैं जो विकास से अछूते हैँ। धार जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर गांव भूरियाकुंड जाने के लिए लोगों को आजतक सड़क नसीब नहीं हुई है। 1200 के करीब आबादी वाले क्षेत्र के लोग आज भी सिर्फ भगवान भरोसे हैं। गांव में कोई बीमार पड़ जाए तो पहाड़ी से होते हुए नदी पार कर अमझेरा या केश्वी तक पैदल ही ले जाना पड़ता है। सवाल बीमार को कैसे ले जाएं। ऐसे में परिजन कपड़े में बीमार को सुलाकर कंधे पर ले निकल पड़ते हैं। रास्ते में पहाड़ और नदी को पार कर अस्पताल पहुंचाते हैं। यहां देखकर लगता है कि हम 21वीं सदी में नहीं 18वीं सदी में हम आ गए हैं।
गांव के 49 वर्षीय पूनिया पिता धन्ना को 15 दिन से बुखार आ रहा था। तबीयत बिगड़ने पर परिजन कपड़े की गठरी में 14 किमी दूर गांव केश्वी के निजी क्लीनिक लेकर पहुंचे। रास्ते में पहाड़ी नदी भी आई। जिसे पार करने के लिए परिवार के ही दो सदस्यों ने लकड़ी से गठरी को टांगा और पैदल ही उफनती नदी को पार किया।
जनपद सदस्य रेमसिंह गराबल भूरिया ने बताया गर्मी में नदी सूखी रहती है इसलिए परेशानी कम होती है लेकिन बरसात में तो यहां से निकलना मुश्किल होता है। पुलिया बनाने के लिए सीएम, कलेक्टर व विधायक को कई बार पत्र लिख चुका हूं। लेकिन नतीजा सिफर रहा। गांव गंधवानी विधानसभा की ग्राम पंचायत गुंगीदेवी में आता है।
इलाज के अभाव में दम तोड़ने को मजबूर
भूरिया ने बताया दो साल पूर्व पाश्या पिता जोखिया के बीमार होने व नदी में पानी आने से परिजन अस्पताल नहीं ले जा पाए। जिससे उसकी मौत हो गई। एक साल पूर्व ही धारूबाई पति गुलाब की भी मौत इलाज नहीं मिलने से हुआ। इसके पूर्व भी अब तक कई लोगों की मौत इलाज के अभाव में हो चुकी है।
यातायात के नहीं हैं साधन :
यह क्षेत्र मांगोद-मनावर हाईवे स्थित राजपुरा से दस किमी अंदर वनग्राम में बसा है। चारों तरफ पहाड़ी क्षेत्र है। यहां आवागमन के लिए यातायात कोई साधन नहीं है। ग्रामीण बाइक से सिंगल पट्टी रोड से आते जते हैं।
ये ले गए अस्पताल
गंबूड़ा और रूपसिंह मरीज को अस्पताल ले गए थे। इन्होंने बताया बुखार की शिकायत थी। 10 किमी दूर अमझेरा अस्पताल ले जाने पर कोरोना के चक्कर में मरीज को वहीं रख लेते। इसलिए 14 किमी दूर केशवी में निजी क्लीनिक पर ले गए।
टीम भेजकर सर्वे कराएंगे
धार के कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने कहा, यदि ऐसा है टीम को भेजकर सर्वे करता हूं। किसी बजट में पुलिया निर्माण कराया जाएगा।