BhopalMadhya Pradesh

अवैध रेत की ट्रैक्टर-ट्रॉली रोकने पर एएसआई की पिटाई

श्योपुर। चेकिंग प्वाइंट पर अवैध रेत की ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोकना एएसआई राजेंद्र सिंह जादौन को महंगा पड़ गया। रेत माफिया एएसआई से मारपीट करने के साथ अवैध रेत की ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ाकर ले जाने के साथ धमकी भी दे गए। माफिया ने पुलिस स्टाफ के सामने एएसआई को चांटा मारने के बाद उसे धक्का देकर जमीन पर पटक दिया। इस दौरान माफिया ने पुलिस पर आरोप लगा दिया कि जब हम तुम्हें अवैध रेत निकालने के लिए एंट्री (रिश्वत के रूप में रुपए) देते हैं तो फिर किस मुंह से ट्रैक्टर-ट्रॉली रोकते हो।


इस पूरे घटनाक्रम के दौरान चेकिंग प्वाइंट पर खड़ा पुलिसकर्मी पूरे घटनाक्रम को देखता रहा लेकिन उसने न तो एएसआई को पिटने से बचाया और न ही आरोपियों को पकड़ने के लिए उनका पीछा किया। यही वजह रही कि माफिया आसानी से मौक से भागने में सफल हो गया।
शुक्रवार की सुबह 6 बजे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बाहर से आने वालों से पूछताछ के लिए मुरैना-गढ़ी रोड पर पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान चंबल नदी से अवैध तरीके से रेत खनन कर ला रहे तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को चेकिंग कर रहे एएसआई राजेंद्र सिंह जादौन ने पकड़ लिया। इन्हें थाने भेज पाते कि इसके पहले ही रेत माफिया बंटी रावत व उसके दो साथी मौके पर आ धमके। माफिया ने यह कहते हुए एएसआई जादौन के साथ मारपीट कर दी कि जब वह उन्हें रेत की एंट्री (रुपए) दे रहे हैं तो फिर क्यों पकड़ा है। इसके बाद एएसआई जादौन को थप्पड़ मारते हुए उसे धक्का दे दिया। इसके बाद भी माफिया नहीं माने और उन्होंने एएसआई को जाते समय जान से मारने की धमकी दे डाली। फिर आरोपी मौके से बड़े आराम से निकल गए। इन्हें पकड़ने के विजयपुर थाना पुलिस ने कोई प्रयास नहीं किए। पुलिस ने एएसआई की शिकायत पर मुरैना जिले के थाना सेंथरा, रायड़ी गांव निवासी बंटी रावत व उसके दो साथियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा, मारपीट आदि का मामला दर्ज कर लिया है।

15 दिन पहले तहसीलदार को भी दी थी कुचलने की धमकी

रेत माफिया विजयपुर-वीरपुर, ढोढर क्षेत्र में पुलिस संरक्षण के चलते इतने हावी है कि न तो वह पुलिस देख रहे हैं और न ही अफसर। 15 दिन पहले इसी रोड पर तत्कालीन तहसीलदार अशोक गोबड़िया ने भी रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली पकड़े। लेकिन माफिया के हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने तत्कालीन तहसीलदार को ही ट्रैक्टर से कुचलकर मार डालने की धमकी दे डाली और लड़-झगड़कर पकड़ में आए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को छुड़ा ले गए। इस मामले में तब भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नही की, जबकि पूरी घटना पुलिस के सामने ही हुई थी।