33 हजार शिक्षकों की नियुक्ति पर फिर लगा ब्रेक, 2 साल से पोस्टिंग का इंतजार कर रहे टीचर्स
भोपाल। मध्य प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर एक बार फिर से ब्रेक लग गया है। सत्यापन के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पर ब्रेक लगा दिया है। प्रदेश में 33 हजार चयनित शिक्षक दो साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।
वर्ग एक के चयनित शिक्षकों की चॉइस फिलिंग के बाद वेरिफिकेशन भी हो चुका है। दो महीने पहले वेरिफिकेशन की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। 19 हजार से ज्यादा शिक्षकों की ज्वाइनिंग होनी है। शिक्षक पात्रता परीक्षा के तहत प्रदेश भर में 33 हजार शिक्षक चयनित हुए हैं। हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल में वर्ग-01 में शिक्षकों के 19,600 पद हैं। तो मिडिल स्कूल में वर्ग 02 में शिक्षकों के 5600 पद हैं। आदिम जाति कल्याण विभाग के वर्ग 01 में 2200 पद और वर्ग 02 में 5600 पद हैं। वर्ग तीन की परीक्षा आयोजित होनी है।
2011 के बाद 2018 में निकली थी नियुक्तियां
मध्य प्रदेश में साल 2011 के बाद 2018 में शिक्षकों की भर्ती निकली थीं। सात साल के लंबे इंतजार के बाद 2018 में विज्ञापन निकला था। पात्रता परीक्षा वर्ग 1 और वर्ग 2 की परीक्षा ली गई थी, जिसमें 33 हजार शिक्षक चयनित हुए हैं। अब 2020 बीतने को है। दो साल का इंतजार पूरा होने के बाद भी अब तक चयनित शिक्षक अपनी नियुक्ति की राह देख रहे हैं। प्रदेश भर में शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में शिक्षकों को नियुक्ति दी जानी थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है।
स्कूल शिक्षा मंत्री बोले जल्द होगी नियुक्ति
प्रदेश भर में भारी शिक्षकों की कमी के बीच शिक्षकों की नियुक्ति के अटकने पर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि शिक्षकों का मामला फिलहाल कोर्ट में है। नियुक्ति को लेकर समीक्षा की जा रही है। जल्द से जल्द स्कूलों में शिक्षकों को नियुक्तियां दी जाएगी।