कोरोना के साथ-साथ महंगाई ने उड़ा रखी है लोगों की नींद
मध्य प्रदेश सहित पूरा देश इस समय कोरोना महामारी के खौफ से जूझ रहा है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण से लोगों की नींद उड़ी हुई है. हर कोई परेशान है. अस्पताल के साथ श्मशान घाट तक में लाइन लगी हुई है. कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार ने प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगा रखा है. जहां बीमारी के डर से आम आदमी सहमा हुआ है. वहीं मंहगाई ने भी आम आदमी की कमर तोड़ रखी है.
एक तरफ इस महामारी के भयानक दौर में लोगों की आय पर असर पड़ा है. वहीं मंहगाई भी लगातार आसमान छू रही है. प्रदेश में खाने में इस्तेमाल आने वाला सोयाबीन तेल 150 से 160 रुपए प्रति लीटर मिलने लगा है.
यह पहली बार है जब तेल के दाम इतने ऊपर गए हैं. एक साल पहले ही प्रदेश में सोयाबीन के तेल के दाम 80 से 90 रुपए प्रति लीटर थे. जहां आम लोग इन कीमतों को देखकर अचंभे में हैं वहीं व्यापारी भी इस मंहगाई से काफी परेशान हैं.
एक साल पहले 78 रुपए प्रति लीटर थी क़ीमत
गौरतलब है कि पिछले साल मार्च में लगने वाले लॉकडाउन से पहले सोयाबीन तेल की कीमत 78 रुपए प्रति लीटर थी. इसके बाद कोरोना महामारी आने के बाद लॉकडाउन लगा दिया गया है. तभी से इसके दामों में बढ़ोत्तरी हुई है. बीते साल सोयाबीन तेल की कीमतें 90 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गईं थीं. सालभर में सोयाबीन तेल की कीमतें 150 से 160 रुपए प्रति लीटर पहुंच गईं हैं.
गौरतलब है कि इस दौर में केवल तेल ही दाम आसमान नहीं छू रहे हैं बल्कि अन्य चीजों की कीमतों में भी बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. प्रदेश में तुअर दाल 115 रुपए किलो मिल रही है. इतना ही नहीं कहीं-कहीं इसकी कीमतें 120 रुपए प्रति किलो के भी ऊपर जा चुकीं हैं.