ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए ली जाएगी वायु सेना व रेलवे की मदद – मुख्यमंत्री
राज्य में कोरोना का संक्रमण फैलता ही जा रहा है. सरकार हर मोर्चे पर नाकाम हो रही है. फिर चाहे वो कोरोना संक्रमण के रोकने के मोर्चे पर. या फिर संक्रमितों के इलाज के मोर्चे पर. लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का मानना है कि प्रदेश में लगे ‘कोरोना कर्फ्यू’ का सकारात्मक असर हुआ है.
शनिवार को हुई एक बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू का सकारात्मक असर दिख रहा है. इससे संक्रमण की दर स्थिर हुई है. उन्होंने कोविड 19 की रोकथाम और व्यवस्थाओं के संबंध में मुख्यमंत्री निवास से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप की वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘कोविड संक्रमण के प्रबंधन में ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करना राज्य शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है. आज 11,000 से अधिक व्यक्ति कोरोना की जंग जीत कर स्वस्थ हुए हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में जनता कर्फ्यू का सकारात्मक असर दिखाई दे रहा है. संक्रमण की दर स्थिर हुई है.’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तर पर अब अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों को चिंहित करने की आवश्यकता है. शहरों व गांवों में जिन क्षेत्रों में संक्रमण अधिक है उनका अध्ययन कर सूक्ष्म स्तर पर संक्रमण नियंत्रण के लिए रणनीति बनानी होगी.
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल से चर्चा में यह तय हुआ है कि रेल मंत्रालय भोपाल के लिए ऑक्सीजन ट्रेन प्रदान करेगा. यह ट्रेन बोकारो से रांची होते हुए भोपाल आयेगी, जिसमें ऑक्सीजन के भरे टैंकर मध्यप्रदेश लाये जायेंगे. चौहान ने बताया कि इंदौर-जामनगर हवाई रूट के बाद अब ग्वालियर-रांची और भोपाल-रांची ऑक्सीलन हवाई रूट से ऑक्सीजन की आपूर्ति मध्य प्रदेश को की जायेगी.
2,000 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश से खाली ऑक्सीजन सिलेंडर वायु सेना के विमान से भोपाल और ग्वालियर से रांची जायेंगे और वहां से सड़क मार्ग से भरे टैंकर वापस आयेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि 155 कोविड देखभाल केंद्रों में 9,041 पृथक-वास बिस्तर और 32 केंद्रों में 618 ऑक्सीजन बिस्तर की व्यवस्था कर ली गई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 497 निजी कोविड चिकित्सालयों में से 492 चिकित्सालयों में बिस्तरों की स्थिति और रेट लिस्ट प्रदर्शित की जा रही है. शासकीय और निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में 49,660 बिस्तरों की क्षमता विकसित की गई है. मेडिकल किट वितरण का कार्य लगातार जारी है. बैठक में मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने जानकारी दी कि भोपाल के एम्स में आईसीयू के 100 बिस्तर बढ़ाये जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त विभिन्न संगठनों के सहयोग से 2,000 बिस्तरों की व्यवस्था की जा रही है.