कृषि छात्रों ने उग्र होकर सीएम, सांसद ज्योतिरदित्य सिंधिया और मप्र के कृषिमंत्री कमल पटेल को फांसी पर लटकाया
ग्वालियर: कृषि महाविद्यालय के छात्रों ने शुक्रवार को मप्र के सीएम शिवराज सिंह, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, मप्र के कृषि मंत्री कमल पटेल के मुखौटे पहले छात्रों को सांकेतिक कोड़े मारे फिर फांसी पर लटका दिया है. छात्रों के इस उग्र प्रदर्शन का कारण प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) द्वारा ली गयी परीक्षा मेंगड़बड़ी की जांच न कराना है. छात्र लगातार 38 दिनों से सीबीआई की जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन सीएम शिवराज सिंह कोई फैसला नहीं ले रहे हैं. छात्रों ने चेतावनी दी है कि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह और भी उग्र प्रदर्शन करने के लिये मजबूर होंगे.
क्या है पूरा मामला
ग्वालियर में प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड द्वारा कृषि छात्रों के लिए 10 और 11 फरवरी को वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी व ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी की परीक्षा ली गईं थी. इस परीक्षा में काफी गड़बड़ी किए जाने से छात्र खफा थे. छात्रों ने वापस परीक्षा कराने और ली गई परीक्षा में गड़बड़ी की जांच ब्ठप् से कराने को लेकर प्रदर्शन शुरू किया था. एग्रीकल्चर छात्रों का प्रदर्शन लगातार 38 वें दिन भी जारी रहा है. शुक्रवार को प्रदर्शन की कड़ी में विरोध कर रहे छात्रों ने विरोध का अनूठा तरीका निकाला है. छात्रों ने पूरे हॉस्टल को सेन्ट्रल जेल का रूप दिया. इसके बाद 3 बंदियों को फांसी के लिए लाया गया. यह 3 बंदी प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंहए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधियाए प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के मुखौटे लगाए छात्र थे. छात्रों ने खुद इन 3 के चेहरे के मास्क पहने. इसके बाद पूरे जेल में इन तीनों को खड़े कर कोडे बरसाए गए. आखिर में तीनों को जल्लाद ने कथित पुलिस की मौजूदगी में फांसी लगाई. इसके बाद छात्रों ने काफी नारेबाजी की है. छात्रों का कहना है कि प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड द्वारा ली गई परीक्षा में काफी गड़बड़ी हुई हैए जिससे छात्रों का भविष्य बर्बाद होने की कगार पर है.