चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आप का डंका भाजपा को झटका आप बनी सबसे बड़ी पार्टी भाजपा ने 15 साल बाद खोया बहुमत
चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बड़ी जीत हासिल कर अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले ही बड़ा संकेत दे दिया है। आम आदमी पार्टी 14 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। वहीं भाजपा को 12 सीटें, कांग्रेस को आठ और अकाली दल को एक सीट पर जीत मिली है। चंडीगढ़ नगर निगम की 35 सीटों में से 14 पर जीत हासिल कर आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।वार्ड नंबर-15 (धनास) से आम आदमी पार्टी के रामचंद्र यादव ने कांग्रेस के धीरज गुप्ता को 178 वोटों से हरा दिया है। भाजपा यहां तीसरे नंबर पर रही है। इधर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की सीट से चुनाव लड़ रहे विजय राणा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चावला के बेटे सुमित चावला चुनाव हार गए हैं। इसके अलावा भाजपा की ओर से जीत के प्रबल दावेदार हीरा नेगी, सुनीता धवन को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस प्रत्याशी सतीश कैंथ भी अपनी सीट नहीं बचा सकीं।भाजपा की महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सुनीता धवन को भी हार का मुंह देखना पड़ा है। उन्हें आम आदमी पार्टी की तरुणा मेहता ने 1516 वोटों से पराजित किया। वहीं वार्ड नंबर 34 से कांग्रेस के गुरप्रीत सिंह जीत चुके हैं। वार्ड नंबर 22 से आप की अंजू कौटियाल ने जीत दर्ज की है। वार्ड नंबर-10 से नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र सिंह बबला की पत्नी हरप्रीत कौर बबला ने भाजपा की राशि भसीन को 3103 वोटों से हराया है। वार्ड 14 से भाजपा के कुलजीत संधू ने जीत दर्ज की है। उन्होंने आप के कुलदीप सिंह कुक्की को लगभग 260 मतों से हरा दिया है। इधर वार्ड नंबर 2 से भाजपा उम्मीदवार महेश इंदर सिंह सिधू 11 वोट से जीत चुके हैं। उन्हें 2072 वोट प्राप्त हुए। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार हरमोहिंदर सिंह 2061 वोट लेकर दूसरे नंबर पर रहे।मुकाबला त्रिकोणीयनगरपालिका के 35 वार्डों के लिए नौ मतगणना केंद्र बनाए गए थे और मतगणना सुबह नौ बजे से शुरू हुई थी । शुक्रवार को हुए चुनाव में 60 फीसदी से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया। वार्डों की संख्या 2016 में 26 से बढक़र अब 35 हो गई है। परंपरागत रूप से, हर पांच साल में होने वाले नगरपालिका चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलती थी, लेकिन आम आदमी पार्टी ने इस बार कमाल कर दिया है।