ग्वालियर में आधी रात पुलिस का एक्शन, प्रदर्शन कर रहे किसानों को खदेड़ा
ग्वालियर। ग्वालियर में आधी रात जिला प्रशासन, पुलिस व नगर निगम के अफसरों ने फूलबाग पहुंचकर डेढ़ महीने से चल रहे किसान आंदोलन को कुचल दिया। पूरे आंदोलन को बिना इजाजत बताकर निगम का मदाखलत दस्ता टेंट, बाइक व साउंड लोडिंग में भरकर ले गया। रात को प्रदर्शन कर रहे लोगों ने हंगामा किया तो पुलिस ने उनको धमकाया। दिन में आधा सैकड़ा लोगों को गिरफ्तार करने और रात को इस तरह आंदोलन स्थल को खत्म करने से किसान और माकपा के सदस्यों में आक्रोश है। शुक्रवार दोपहर किसान एसपी, कलेक्टर का घेराव कर प्रदर्शन करेगे।
केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानून को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा, माकपा के सदस्य लगातार 50 दिन से ग्वालियर के फूलबाग चौराहा पर टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान उनको किसानों, कांग्रेस व अन्य दलों का समर्थन भी मिला है। अपने आंदोलन के दौरान वह देश की राजधानी में प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनो से मिलने वाले निर्देश के बाद लगातार हाइवे जाम, ट्रैक्टर रैली व रेल रोको आंदोलन करते रहे हैं। कुछ समय पहले जिला प्रशासन की ओर से एडीएम रिंकेश वैश्य ने धरना स्थल पर पहुंचकर आंदोलन कर रहे लोगों को बिना इजाजत आंदोलन करने और फूलबाग पर ट्रैफिक जाम का कारण बनने पर जल्द धरना खत्म करने के लिए कहा था, लेकिन किसानों के समर्थन और कृषि कानून के विरोध में यह प्रदर्शन लगातार जारी रहा। गुरुवार को किसानों और माकपा के सदस्यों ने ग्वालियर स्टेशन पर पहुंचकर ट्रेनों को रोका और प्रदर्शन किया था। इसमें पुलिस ने 7 महिलाओं सहित 52 लोगों को गिरफ्तार किया था।