भारतीय नौसेना के नाविक को जिंदा जलाये जाने के बाद महाराष्ट्र पुलिस कर रही ये जांच
महाराष्ट्र पुलिस ने भारतीय नौसेना के नाविक सूरजकुमार एम. दुबे के बैंक और स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग खातों को खंगालना शुरू कर दिया है, जिनका कथित तौर पर चेन्नई में अपहरण किया गया और बाद में महाराष्ट्र के पालघर में जिंदा जला दिया गया. पालघर पुलिस की दस टीमें इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में जुटी हुई हैं, वहीं चेन्नई में भी एक टीम हवाईअड्डे के आसपास से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण कर रही हैं, जहां से 27 वर्षीय भारतीय नौसेना के नाविक सूरजकुमार एम. दुबे का 31 जनवरी को अपहरण कर लिया गया था.
पुलिस ने इससे पहले बताया था कि सूरज दुबे कोयम्बटूर में आइएनएस अग्रणी पर सीमैन के रूप में कार्यरत थे और शेयर बाजार में काफी रुचि रखते थे. उन्होंने अपने पारिवारिक सदस्यों और दोस्तों से 23 लाख रुपए से अधिक का बड़ा कर्ज लिया था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, हम उनके बैंक खातों और डीमैट खातों में प्रत्येक प्रविष्टि की जांच कर रहे हैं और हमने पाया है कि उन्होंने स्टॉक में काफी निवेश किया है.
बता दें कि दुबे घर से छुट्टी बिताकर 31 जनवरी को ड्यूटी पर वापस लौटने के लिए निकले थे. इस दौरान चेन्नई हवाईअड्डे के बाहर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उनका अपहरण कर लिया था. इसके बाद सूरज को 1500 किलोमीटर दूर पालघर के जंगलों में लाया गया और पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया गया. वह पांच फरवरी को जंगल में बुरी तरह से जली हुई हालत में मिले, जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस को सतर्क कर दिया. शुरुआत में उन्हें दहानू के एक निजी अस्पताल और फिर मुंबई के आईएनएचएस अश्विनी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया.