Bhopal

काली कमाई के मामले में घिरे सिंधिया समर्थकों के बदले सुर

भोपाल: 2019 के लोकसभा चुनाव में कालेधन के लेनदेन को लेकर सीबीडीटी की रिपोर्ट में बड़े खुलासे के बाद मध्य प्रदेश के दोनों ही बड़े राजनीतिक दलों में हड़कंप मचा हुआ है. एक तरफ कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व सीएम कमलनाथ व दिग्विजय का नाम आना कांग्रेस के लिए बड़े झटके से कम नहीं है, वहीं भाजपा में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में गए सिंधिया समर्थकों के नाम आने से ववाल मचा हुआ है. लेकिन अब भाजपा की सबसे ज्यादा सिरदर्दी इस बात को लेकर है कि सिंधिया समर्थकों ने दिग्विजय सिंह के साथ सुर के साथ सुर मिलाकर इन सारे आरोपों को निराधार बताया है और उन्हें बदनाम करने की साजिश करार दिया है.

सीबीडीटी की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने प्रेस कांफ्रेस में शिवराज सरकार की साजिश बताया था. इसी कड़ी में अब भाजपा के नए नेता जो सिंधिया समर्थक है सभी ने एक सुर होकर दिग्विजय सिंह की हां में हां मिलाई है. उन्होंने कहा है कि उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जांच के बाद जो भी नाम सामने आयेगा उनपर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि इस मामले को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुप्पी साध रखी है. हालांकि कांग्रेस ने साफ कहा है कि यदि मामले को लेकर कांग्रेस नेताओं पर कार्रवाई की जाएगी तो क्या कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने वाले नेताओं पर भी एफआईआर होगी या फिर वे भाजपा में जाकर पवित्र हो गए हैं.

आपको बता दें कि ,लोकसभा चुनाव 2018 में हुए काले धन के लेन-देन में कमलनाथ, दिग्विजय सिंह समेत तत्कालिन सरकार के मंत्री सहित 64 विधायकों के नाम शामिल हैं. इनमें से अब 2 मंत्री और 11 विधायक शिवराज सरकार के खाते में पहुंच गए हैं. उनमें 8 सिंधिया समर्थक है.