शिवराज और सिंधिया दिल्ली रवाना, मंत्रिमंडल विस्तार की अटकले तेज
नईदिल्ली/भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार सुबह नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके निवास 7 लोक कल्याण मार्ग, पहुंचकर मुलाकात की। लगभग एक घंटे चली मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को प्रदेश में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं एवं कार्यों की जानकारी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप प्रधानमंत्री को सौंपा तथा बालाघाट क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ की गई कार्यवाही की जानकारी दी। इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान 29 सितम्बर को प्रधानमंत्री से मिले थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि कोरोना के बाद आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में क्या कदम उठाए जा रहे हैं। कोरोना वैक्सीन आने पर टीकाकरण अभियान कैसे चलाया जाएगा, इसकी जानकारी भी मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को दी। उन्होंने यह भी बताया कि मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीन की कोल्ड चेन और टीकाकरण के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है।
इसके लिए जिलों में टास्क फोर्स बनाने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री दिल्ली में पार्टी के अन्य बड़े नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुख्यमंत्री की आज मुलाकात हो सकती है। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि शीर्ष नेतृत्व को भरोसे में लेकर ही मुख्यमंत्री अपनी टीम में नए सदस्यों को शामिल करना चाहते हैं।
उपचुनाव में जीत के बाद पहली बार राष्ट्रीय राजधानी आ रहे मुख्यमंत्री चौहान की मुलाकात पीएम मोदी से होने की संभावना है। दरअसल शिवराज कैबिनेट में अभी 6 मंत्री पद खाली है। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री सहित कुल 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं। तीन मंत्रियों को चुनाव हारने और दो मंत्रियों को 6 महीने का कार्यकाल पूरा होने की वजह से इस्तीफा देना पड़ा था, जबकि एक मंत्री पद पहले से खाली था। इससे सिंधिया और शिवराज की मुलाकात के बाद चर्चा तेज है कि जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है।
सीएम हाउस में दोनों की मुलाकात भले ही 10 मिनट की रही हो, लेकिन दोनों नेता सोमवार पूरे दिन साथ ही रहे। सिंधिया उपचुनाव हारने वाले तीनों मंत्री इमरती देवी, एंदल सिंह कंसाना और गिर्राज डंडौतिया को निगम मंडल में जगह दिलाने और उपचुनाव से पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके पहले गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट को जीत के बाद दोबारा मंत्री पद दिलाने के प्रयास में है।
माना जा रहा है कि शिवराज सरकार में पहले इन दोनों विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। हालांकि मंत्री पद के लिए कई विधायक दावेदार माने जा रहे हैं। इनमें विंध्य क्षेत्र से राजेंद्र शुक्ला, गिरीश गौतम, केदार शुक्ला के नाम शामिल हैं, तो अजय विश्नोई, रामपाल सिंह, संजय पाठक और रामेश्वर शर्मा भी मंत्रिपद के दावेदार माने जा रहे हैं। अब देखना यह है कि पार्टी सिंधिया खेमे के चेहरों और अपने विधायकों के बीच किस तरह से सामंजस्य बैठाती है।