दिल्ली के बाद मध्यप्रदेश में कोरोना की मार
भोपाल: भारत में कोविड-19 वायरस के 4 लाख 53 हजार से अधिक सक्रीय मुद्दे हैं। जबकि कोविड-19 वायरस की गिरफ्त में आकर देश में 1 लाख 36 हजार से अधिक मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। एक ओर जहां देश की राजधानी दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण की गति में थोड़ी राहत देखने को मिल रही है तो वहीं, मध्य प्रदेश में इस महामारी का कहर तेजी से बढ़ रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, हिंदुस्तान में अब तक 136696 कोविड-19 मरीजों की जान जा चुकी है। जबकि 8802267 कोविड-19 मरीज इस महामारी से जंग जीत कर स्वस्थ हुए हैं। देश की राजधानी दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण की गति में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है । वहीं, मरने वालों के आंकड़े में भी कमी दर्ज हुई है । 7 नवंबर के बाद 29 नवंबर को बीते 24 घंटे में सबसे कम 68 मौतें दर्ज की गई हैं । इसके साथ ही लगातार दूसरे दिन नए मरीजों का आंकड़ा 5 हजार से नीचे दर्ज हुआ है । दिल्ली में सक्रीय मामलों की संख्या 35 हजार के करीब है । प्रदेश के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के लोगों से लगातार सावधानी बरतने का निवेदन किया है ।
वहीं, दूसरी ओर कोविड-19 की दूसरी लहर की मार सह रहे मध्य प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की वापसी हो गई है । राजधानी भोपाल में 5 और इंदौर में 2 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं । बैरिकेडिंग लगाकर कंटेनमेंट इलाकों में आवागमन बंद कर दिया गया है । इसके साथ ही जागरुकता के लिए पोस्टर बैनर भी लगाए गए हैं । भोपाल के कोलार कंटेनमेंट जोन में लगभग 25 फीसद नए कोविड-19 मरीज सामने आए हैं । मध्य प्रदेश में प्रारंभिक 1 लाख मरीज़ों का आंकड़ा 6 महीने में हुआ था । वहीं, ये आंकड़ा 2 लाख तक पहुंचने में महज 70 दिन लगे यानी मध्य प्रदेश में कोविड-19 मुद्दे डबल होने में महज 70 दिन का समय लगा ।