इमरती देवी ने फिर कहा- हार गई तो क्या हुआ मंत्री तो रहूंगी, सत्ता हमारी है विपक्ष क्या कर लेगा!
ग्वालियर। शिवराज सरकार में मंत्री इमरती देवी ने डबरा विधानसभा सीट हारने के बाद फिर एक बार फिर कहा है कि वो हार गईं लेकिन फिर भी मंत्री बनी रहेंगी। सरकार उनकी है, विपक्ष उनका क्या कर लेगा? इमरती ने कहा कांग्रेस का परंपरागत वोटर पूरी तरह भाजपा में शिफ्ट नहीं हो पाया इसलिए उनके हाथ से सीट चली गयी।
डबरा में अपने समधी सुरेश राजे से शिकस्त झेलने के बाद भी इमरती देवी अपनी हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं। इमरती का कहना है वो हारकर भी चुनाव जीती हैं। उन्होंने 60 हजार वोट भाजपा के खाते में डाले हैं। इमरती के मुताबिक बीजेपी में आने के बाद कांग्रेस का परंपरागत वोटर पूरी तरह भाजपा में शिफ्ट नहीं कर पाई इसलिए मामूली अंतर रह गया। मुझे अपने हारने का कोई दुख नहीं है। खुशी इस बात की है कि पूर्ण बहुमत से सरकार बनी रहेगी। शिवराज सिंह चौहान अब मजबूती के साथ सरकार चलाएंगे। इमरती ने कहा कि अब लंगड़ी-लूली सरकार नहीं, पूरी बहुमत की सरकार है। मैं सरकार में हूं और काम करती रहूंगी।
विपक्ष में रहकर जीतने वाली इमरती मंत्री रहकर हारीं
डबरा विधानसभा सीट पर इमरती देवी ने 2008, 2013 और 2018 में कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में लगातार रिकॉर्ड तोड़ जीत दर्ज की थी। लेकिन इस बार सरकार में मंत्री रहते हुए, अपने समधी से चुनाव हार गईं। इमरती देवी ने कहा वह महज ढाई हजार वोट से चुनाव हारी हैं। कांग्रेस का वोट पलटने में बड़ी हिम्मत रखनी पड़ती है। कांग्रेस का परंपरागत वोटर मैंने भाजपा में लाने की पूरी कोशिश की। काफी हद तक कामयाब हुई। उन्होंने दावा किया कि मैं हारी नहीं हूं। जनता ने मुझे जिताया है, मैं जनता के साथ हर दुख सुख में रहूंगी जैसे 15 साल से थी। सभी कार्यकर्ता की जिम्मेदारी मेरे ऊपर है।
बयानबाज़ी ने हराया
लगातार बयान बदलने के कारण हारने पर इमरती देवी ने कहा मैं इसलिए खुश हूं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में पूरा सम्मान मिला है और उनके कई विधायक- मंत्री चुनाव जीत गए. शिवराजजी अब पूरे बहुमत से मुख्यमंत्री हैं. मैं कल भी मंत्री थी, आज भी मंत्री हूं और कल भी रहूंगी. मेरी सत्ता और सरकार है. विपक्ष का विधायक क्या करेगा. नरेंद्र सिंह तोमर, नरोत्तम मिश्रा तमाम नेता और कार्यकर्ता तो इमरती देवी के ही हैं.