कमलनाथ का शिवराज पर वार, कहा- व्यापमं, ई-टेंडर घोटाले की जांच कराऊंगा
भोपाल। चुनाव प्रचार में व्यापमं, ई-टेंडर घोटाले की जांच का मुद्दा फिर उठ गया है। बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे लेकर शिवराज पर हमला बोला। उन्होंने कहा- शिवराज जी, सावधान रहिए, फिर वापस आ रही है कांग्रेस की सरकार। व्यापमं घोटाले की जांच हम फिर से करने वाले हैं। ई-टेंडर के साथ ही अब बुंदेलखंड पैकेज की भी जांच करने वाले हैं। हजारों करोड़ का बुंदेलखंड पैकेज आखिर कहां गया?
बड़ा मलहरा में उन्होंने कहा- जब हमारी सरकार बनी तो ऐसा प्रदेश मुझे सौंपा था जो बेरोजगारी में नंबर वन था। महिलाओं से अत्याचार और भ्रष्टाचार में भी नंबर वन था। उन्होंने कहा- भाजपा सरकार ने क्या हाल कर दिया, अस्पताल में डॉक्टर नहीं है, खंभे में तार नहीं हैं, तार में बिजली नहीं है। उन्होंने कहा अगर हमारी सरकार होती तो आज हर किसान का कर्जा माफ हो गया होता। मैं शिवराज नहीं हूं जो कुछ भी घोषणा कर दूं।
कहा- झूठ बोलने से बाज नहीं आए
मुंगावली में नाथ ने कहा कि भाजपा ने सिंधियाजी को दूल्हा तो बना दिया लेकिन याद रखिएगा दामाद नहीं बनाएंगे। मैंने सोचा था कि 15 साल बाद जनता ने घर बैठा दिया तो लगा कि शिवराज झूठ बोलना बंद कर दोगे, लेकिन आप तो आज भी झूठ बोलने से बाज नहीं आ रहे हो। 2018 में हमारा किसान बगैर दाम के, युवा बगैर काम के तो जनता ने कहा कि शिवराज तुम किस काम के और आपको घर बैठा दिया था।
कांग्रेस का आरोप-पत्र : गिनाए 7 महीने के 17 घोटाले
भाजपा के संकल्प-पत्र के जवाब में कांग्रेस ने आरोप-पत्र जारी कर सरकार के 7 माह के 17 घोटालों का जिक्र किया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने बताया कि शिवराज के परिवार की भ्रष्टाचार में लिप्तता पुरानी है। विदिशा का वेयर हाउस, डेयरी, ससुराल गोंदिया में रिश्तेदारों की संपत्ति, ये सब बातें चौहान के गरीबी में जीवन यापन की बात उजागर कर रही हैं। 17 घाेटालों में आटा चोरी, त्रिकुट चूर्ण, शराब एमआरपी, तबादला उद्योग, फर्जी बिजली बिल, पीपीई किट, मध्यान्ह भोजन, सौभाग्य योजना, चावल, फर्नीचर खरीदी, बायो फर्टिलाइजर और प्रवासी मजदूर घोटाले का जिक्र है।