उपचुनाव से 8 दिन पहले दमोह विधायक राहुल सिंह लोधी का इस्तीफा, दिग्विजय ने कहा- मामा की काली कमाई में विधायक बिका
भोपाल। मध्य प्रदेश में उपचुनाव के वोटिंग से 8 दिन पहले दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल सिंह लोधी ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को रविवार सुबह इस्तीफा सौंपा। इसके 1 घंटे बाद ही वह भाजपा में शामिल हो गए।
वहीं दमोह से कांग्रेस विधायक राहुल लोधी के पार्टी छोड़ने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मामा के झोले की काली कमाई में एक और विधायक बिक गया। लगता है, भाजपा में असली भाजपाइयों से अधिक बिके हुए गद्दार कांग्रेसी मामा भर देगा। मुझे उन ईमानदार संघ व भाजपा के कार्यकर्ताओं पर दया आती है, जिन्होंने भाजपा को यहां तक पहुंचाया गया। जयंत मलैया कहां हैं? शिवराज आपकी नौटंकी से तंग आकर प्रदेश की जनता ने आपको 2018 में ही घर बैठा दिया था।
इस्तीफा देने के बाद राहुल लोधी सीधे भाजपा कार्यालय पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में वह भाजपा में शामिल हो गए। राहुल लोधी के पार्टी छोड़ने की अटकलें पहले से ही थीं। इसके मद्देनजर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनसे मुलाकात भी की थी। राहुल लोधी दमोह सीट से पहली बार विधायक बने थे। भाजपा के जयंत मलैया को हराया था।
राहुलने कहा था वो कांग्रेस कभी नहीं छोड़ेंगे
राहुल बड़ामलहरा से भाजपा उम्मीदवार प्रद्युम्न सिंह लोधी के चचेरे भाई हैं। प्रद्युम्न भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। तब राहुल ने कहा था कि कांग्रेस ने ही उन्हें राजनीतिक रूप से सक्षम बनाया है, इसलिए वह हमेशा कांग्रेस के साथ रहेंगे। परिस्थितियां कैसी भी आ जाएं, वह कांग्रेस का साथ नहीं छोड़ेंगे।
शिवराज का पलटवार
शिवराज सिंह ने पलटवार करते हुए कहा है कि क्या पूरी कांग्रेस बिकाऊ है? भाजपा में शामिल होने वाले विधायक कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते। तब तक यह सब सही थे, लेकिन पार्टी छोड़ते ही गद्दार हो गए। क्योंकि, कमलनाथ सिर्फ अपने लिए ही काम कर रहे थे। विकास नहीं होने से विधायकों में घोर निराशा थी। ऐसे में उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया।
गद्दारों से भर जाएगी पार्टी
दिग्विजय ने कहा कि एक-एक विधायक की कीमत 35-35 करोड़ रुपए दिए गए हैं। जनता को गद्दारों से नफरत है। सबक सिखाएगी। चुनाव के बाद इस बार कांग्रेस आपका झोला खाली करा लेगी। इधर, अरुण यादव ने भी शिवराज को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा शिवराज अभी तो 28 में से 25 स्थानों पर आपको जनता के बीच जाने पर जिस विरोध का सामना करना पड़ रहा है, उस संकेत को भी नासमझ कर आप राजनैतिक बेशर्मी की इंतिहा कर रहे है। नैतिक मूल्यों में गिरने से अभी भी बाज नही आ रहे है, ऐसा न हो कि जनता भाजपा को जमीन में इतना गाड़ देगी के निकल नहीं पाओगे।