मध्यप्रदेश उपचुनाव: सिंधिया अपने ही गढ़ में हुए गायब, भाजपा ने पोस्टर से हटाया चेहरा
मध्यप्रदेश उपचुनाव: सिंधिया अपने ही गढ़ में हुए गायब, भाजपा ने पोस्टर से हटाया चेहरा
ग्वालियर। मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव में जीत के लिए सभी पार्टियां पोस्टर्स लगवा रही और चुनावी रैलियां भी आयोजित कर रही हैं। लेकिन ग्वालियर-चंबल के पोस्टर बॉय ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा के पोस्टर से ही गायब हो गए हैं। उनके गढ़ के ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी के तीन पोस्टर्स लगे है, जो उन्होंने ग्वालियर पूर्व से बीजेपी प्रत्याशी मुन्ना लाल गोयल के समर्थन में लगवाए है।
तीन में से दो पोस्टर्स पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की फोटो लगी है, लेकिन सिंधिया की नहीं लगी है। तो वहीं एक पोस्टर ऐसा भी है, जिसमें मुन्ना लाल गोयल की फोटो लगाकर उनके लिए वोट मांगे जा रहे हैं। इस पोस्टर में चार बीजेपी नेताओं की फोटो है, जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज, ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्र मंत्री नरेंद्र तोमर और वीडी शर्मा दिखाई दे रहे हैं।
पोस्टर से गायब होने के बाद ही छोड़ी थी कांग्रेस
इससे पहले फरवरी और मार्च में भी ग्वालियर-चंबल क्षेत्र, जो कि सिंधिया घराने का गढ़ कहा जाता है। वहां कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनके पोस्टर में जगह नहीं दी थी, जिसके बाद सिंधिया ने अपने 22 विधायकों के साथ कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया था। अब वही काम भाजपा के पोस्टर में भी वही देखने को मिल रहा है, जहां सिंधिया को उन्हीं के गढ़ में छपे पोस्टर्स में जगह नहीं मिल रही है।
भाजपा बोलीं प्रोटोकॉल के तहत हो रहा काम
पोस्टर से सिंधिया के गायब होने पर बीजेपी के उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि बीजेपी प्रोटोकॉल वाली पार्टी है, और पोस्टर्स भी प्रोटोकॉल के तहत ही लगाए गए है। उन्होंने कहा कि पोस्टर में सत्ता के मुखिया और संगठन प्रमुख को ही जगह मिलती है। तो वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी समझ गई है कि ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से सिंधिया की साख गिर गई है। इस वजह से उन्होंने सिंधिया को पोस्टर से भी गायब कर दिया है।