सरकार उपचुनावों में व्यस्त, 20 हजार किसानों को अब तक नहीं मिला फसल बीमा का पैसा
मुरैना। मध्यप्रदेश सरकार विस के उपचुनाव में व्यस्त है और किसान फसल बीमा योजना को लेकर परेशान हैं। सालभर पहले अतिवृष्टि से तबाह हुई बाजरा व सरसों की फसल का बीमा क्लेम से 20 हजार से ज्यादा किसानों को अब तक नहीं मिला है। उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फसल बीमा योजना का पैसा दिलाने का वादा किया लेकिन घोषणा के 15 दिन बाद भी बीमा धन किसानों के बैंक खातों में नहीं पहुंचा है।
वहीं 2019-20 में रबी सीजन की सरसों फसल बारिश के कारण खराब हो गई थी। सरसों की फसल का पैसा सुरक्षित रखने के लिए 26763 किसानों ने फसल बीमा कराकर एक करोड़ 3 लाख 94 हजार रुपए की प्रीमियम बीमा कंपनी को अदा की थी। इसमें 26717 किसान ऋणी थे और 46 अऋणी। बीमा कंपनी के सर्वे में 23922 हैक्टेयर में सरसों की फसल को नुकसान पहुंचने की रिपोर्ट तैयार की गई थी। फसल बीमा के भुगतान का प्रस्ताव बनाकर उसे भोपाल भेज दिया गया लेकिन पीड़ित 14000 किसानों को फसल बीमा का पैसा अब तक नहीं मिला है। बीमा कंपनी का कहना है कि भू-अभिलेख विभाग ने फसल कटाई के आंकड़े देर से उपलब्ध कराए हैं इसलिए बीमा धन मंजूर करने में देरी हो रही है। दिसंबर तक किसानों काे रवी सीजन की फसलों में हुए नुकसान का पैसा उनके खातों में जारी कर दिया जाएगा।
बीमाधन पर आचार संहिता का असर नहीं
फसल बीमा योजना पर चुनाव आचार संहिता का प्रभाव नहीं है। इसलिए बीमा कंपनी को चाहिए कि उसके कारिंदे, खरीफ 2019 के नुकसान का पैसा 6880 किसानों के खाते में जल्द रिलीज करें। लेकिन सीएम के प्रभाव में बीमा कंपनी ने 488 किसानों का पैसा तो जारी किया शेष किसानों को लालीपॉप पकड़ा दिया।
बाजरा नष्ट हुआ तो सिर्फ 485 किसानाें काे मिली बीमा राशि
मुख्यमंत्री ने विधानसभा उपचुनाव को लेकर किसानों को फसल बीमा का पैसा दिलाने की घोषणा तो कर दी लेकिन अभी तक 6880 किसानों को फसल बीमा के 80 लाख रुपए उनके खातों में ट्रांसफर नहीं हो सके हैं। 15 दिन पहले घोषणा वाले दिन 485 किसानों के खातों में 5 लाख रुपए का धन ट्रांसफर किया गया उसके बाद से खरीफ 2019 की फसल नुकसान की बीमा धन किसानों को अब तक नहीं मिल सका है। 2019 में बाजरा की बोवनी के दौरान 10877 ऋणी व 399 अऋणी इस प्रकार 11276 किसानों ने 13792.26 हैक्टेयर में उगाई बाजरा की फसल बीमा के लिए 52 लाख रुपए की प्रीमियम बीमा कंपनी को दिया था। लेकिन नुकसान के बाद बीमा कंपनी ने किसानों को बीमाधन देने में देरी की है।
बीमाधन की सूची जारी कर दी जाएगी
बीमा कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि 15 अक्टूबर तक शेष किसानों के बीमाधन की सूची जारी कर दी जाएगी। सूची जारी होने के बाद बैंक खातों में बीमा कंपनी पैसा सीधे रिलीज करेगी।
पीसी पटेल, उपसंचालक कृषि मुरैना