मध्य प्रदेश में 100 करोड़ रुपये का घोटाले की ईओडब्ल्यू ने जांच शुरू की
भोपाल। उद्यानिकी विभाग में हुए करीब 100 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू ने तेज कर दी है। ईओडब्ल्यू की भोपाल यूनिट ने विभाग के कमिश्नर को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। यंत्रीकरण योजना में 100 करोड़ के घोटाले का आरोप है। भोपाल यूनिट ने ये शिकायत दर्ज करने के बाद आगे की जांच शुरू कर दी है।
ईओडब्ल्यू निरीक्षक पंकज गौतम ने उद्यानिकी विभाग के आयुक्त को नोटिस जारी किया है। इसमें लिखा है कि उद्यानिकी विभाग के करीब 100 करोड़ रुपये के यंत्रीकरण घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू ने दर्ज की है। इस मामले में वर्ष 2011 से शुरू हुई यंत्रीकरण योजना से संबंधित दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएं। इस योजना में किसानों को जो यंत्र दिए जाते थे, उनका नाम और उस पर दी जाने वाली अनुदान राशि की जानकारी भी मांगी गई है।
दस्तावेज जुटाएगी ईओडब्ल्यू
ईओडल्यू की टीम अब इस घोटाले में तमाम दस्तावेज जुटा रही है। उद्यानिकी विभाग से यंत्रीकरण की खरीद-फरोख्त और उससे जुड़े तमाम मामलों की जानकारी मांगी गई है। ईओडल्यू के इस नोटिस से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। नोटिस के अनुसार, जिन यंत्रों पर अनुदान दिया जाता है। उसकी खरीद प्रक्रिया की जानकारी भी विभाग को देनी होगी। विभाग किस प्रक्रिया से किसानों को यंत्र देता है और किसानों से यंत्रों की कीमत वसूलने की क्या प्रक्रिया है। सभी नियमों की जानकारी दस्तावेजों के साथ मांगी गई है। योजना के संबंध में अब तक विभाग को मिली शिकायत और विभाग की ओर से किए गए निपटारे की जानकारी भी ईओडल्यू को देनी होगी।
आदिवासी बाहुल्य जिलों में भी घोटाला
ईओडल्यू ने जो शिकायत दर्ज की है, उसमें आदिवासी बाहुल्य जिलों के किसानों के साथ भी घोटाला करने का आरोप है। साल 2017-18 और 2019-20 में इस योजना के तहत किन किसानों को कौन से यंत्र पर कितना अनुदान दिया, ये भी उद्यानिकी विभाग को बताना होगा। ईओडल्यू ने विभाग को तत्काल जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। इस योजना में आदिवासी बाहुल्य जिलों के किसानों को इस योजना में दी गई अनुदान की राशि और उससे जुड़े यंत्र की तमाम जानकारी एक फॉर्मेट के तहत ईओडल्यू ने विभाग से मांगी है।