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ग्वालियर उपचुनाव से संबंधित क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर्स ने चिह्नित किए मोहल्ले, 20 मोहल्लों में तैनात रहेंगी विशेष टीमें

ग्वालियर। विधानसभा उपचुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस-भाजपा प्रत्याशियों के बीच होगा। दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी जीत हासिल करने के लिए पूरी दम लगाएंगे। इसी कारण कुछ क्षेत्रों में वोटरों को लुभाने शराब, पैसा, साड़ी और दूसरे गिफ्ट भी बांटे जा सकते हैं। इसलिए ऐसे क्षेत्रों में खर्च पर निगरानी रखने वाले विशेष टीम तैनात रहेंगी। उल्लेखनीय है कि इस बार भी एक प्रत्याशी पूरे चुनाव तक अधिकतम 28 लाख रुपए खर्च कर सकेगा।
उपचुनाव वाले तीन विधानसभा क्षेत्रों को लेकर कुछ समय पहले एक रिपोर्ट तैयार हुई। इसमें ऐसे स्थान तलाशे गए जिनमें प्रत्याशी उम्मीद से अधिक खर्च कर सकते हैं। दूसरी भाषा में वे क्षेत्र जिनमें वोट लेने के लिए कुछ न कुछ लालच वोटरों को दिए जाने की संभावना है। तीनों क्षेत्रों में ऐसे 20 गली मोहल्ले निकले हैं। इनमें से 95 फीसदी मलीन बस्तियां हैं, जहां पर पहले भी वोटरों के बीच शराब, साड़ी, पैसे बांटने की शिकायतें आती रही हैं। इन सभी 20 मोहल्लों में कुल 29 पोलिंग खास निगरानी में रखे जाएंगे। अपर कलेक्टर रिंकेश वैश्य ने कहा कि ऐसे स्थान संबंधित क्षेत्र के रिटर्निंग आफिसरों ने चिह्नित किए हैं। इसलिए निगरानी की व्यवस्था भी वे ही करेंगे।
पूर्व विधानसभा में सर्वाधिक 10 मोहल्ले संवेदनशील
खर्च के मामले में संवेदनशील मानकर जो 20 मोहल्ले छांटे गए हैं उनमें आधे अर्थात 10 ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के हैं। व्यय संवेदनशील पॉकेट के रूप में चिह्नित इन स्थानों में रसूलपुर की झुग्गी बस्ती, शताब्दीपुरम की बीड़ी श्रमिक बस्ती, तकिया कब्रिस्तान, भीम नगर, हरनाम पुरा बजरिया, महात्मा फुले नगर,रानीपुरा में छत्री बस्ती, मुड़िया पहाड़ पर गंजी वाला मोहल्ला, वाले का पुरा और सिंधिया नगर शामिल हैं। ऐसे ही ग्वालियर विधानसभा के पांच मोहल्ले रामाजी का पुरा, जिन्नातों का मोहल्ला, किशनबाग, खल्लासीपुरा और मरीमाता वाला क्षेत्र शामिल है।