मुख्यमंत्री ने कहा- महिलाओं के समूह बनाएंगे पोषण आहार, संत सिंगाजी समाधि स्थल धार्मिक पर्यटन स्थल घोषित
खंडवा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की पुनासा के स्टेडियम में बुधवार को मूंदी-किल्लौद को तहसील, संत सिंगाजी समाधि स्थल को धार्मिक पर्यटन नगरीय घोषित किया और विकास के लिए 1.55 करोड़ रुपए स्वीकृत किए।
मुख्यमंत्री चौहान के भाषण में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार के समय की गई कर्ज माफी पर निशाना साधा गया। उन्होंने कहा कर्जा माफ नहीं हुआ। पूर्व विधायक नारायण पटेल की मांग पर उन्होंने संत सिंगाजी समाधि स्थल के विकास के लिए 22 सितंबर को स्वीकृत 1.55 करोड़ रुपए का स्वीकृति पत्र भी दिखाया। इसके तहत समाधि की ओर जाने के लिए तीन मीटर चौड़ा व दो सौ मीटर लंबा कवर्ड पाथ-वे बनाया जाएगा। वहीं मंदिर के सामने 300 वर्गफीट का शेड श्रद्धालुओं के लिए बनेगा। मंच पर पूर्व विधायक पटेल व सांसद नंदकुमारसिंह चौहान ने मांधाता क्षेत्र की जनता की मांगें भी रखी, जिसे सीएम ने स्वीकार किया।
महिलाएं बोलीं- भाषण देकर चले गए
सीएम ने हर बार की तरह इस बार भी किसी से ज्ञापन नहीं लिया। अपनी समस्याओं का पुलिंदा लेकर महिला-पुरुष मुख्यमंत्री चौहान के मंच से उतरने का इंतजार करते रहे लेकिन वे मंच से उतरकर बिना ज्ञापन लिए ही चले गए। इस बात से नाराज खंडवा से पुनासा पहुंची महिला ने कहा मैं निजी ऑटो करके आई थी। मेरा पति निजी नौकरी करता है, उसे स्थायी नौकरी दिलवाई जाए लेकिन हमारी सीएम शिवराजसिंह चौहान ने नहीं सुनी। वे भाषण देकर चले गए।
कृषि मंत्री बोले-
मांधाता क्षेत्र में 100 फीसदी फसल खराब, किसानों को मिलेगा 107 करोड़ का मुआवजा
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा मांधाता क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा से 100 फीसदी फसलों की क्षति हमनें मान ली है। क्षेत्र के 42 हजार 100 किसानों को 107 करोड़ का मुआवजा मिलेगा। यहां पर सोयाबीन, मिर्च, कपास और अन्य सभी फसलें नुकसान में शामिल कर ली गई है। पटेल ने कहा
बिना मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नेता-कार्यकर्ताओं की उमड़ी भीड़
सीएम की सभा में कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जारी सभी गाइडलाइन टूट गई। मंच पर नेताओं और नीचे कार्यकर्ताओं की भीड़ सभा स्थल से लेकर बाजार तक दिखाई दी। मास्क नहीं पहनने वालों पर कार्रवाई करने वाले अफसर भी वीआईपी ड्यूटी में लगे रहे।