अस्पताल में मिले कंकाल मामले का मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान
इंदौर: सरकार बदलने के बाद सरकारी अमला और प्रशासन किस कद्र सो गया है इसकी बानगी इंदौर में देखने को मिली. देश के सबसे स्वच्छ शहर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही के मामले में मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है.
एमवाय अस्पताल में मॉर्चुरी में स्ट्रेचर पर नरकंकाल मिलने पर आयोग ने कलेक्टर मनीष सिंह, एसपी और अस्पताल अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है. पूछा गया है कि एमवाय अस्पताल में मॉर्चुरी में स्ट्रेचर पर रखा शव कंगाल में तब्दील कैसे हो गया.
आपको बता दें कि महाराज यशवंत राव अस्पताल (एमवायएच) के मॉर्चरी में स्ट्रेचर पर रखा एकशव कंकाल बन गया था. यह शव अंतिम संस्कार के लिए रखा गया था, लेकिन 10 दिन तक उसकी किसी सुध तक नहीं ली थी. मामला मीडिया में आया तो अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत कंकाल को वहां से हटवा दिया. हॉस्पिटल अधीक्षक का कहना है कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
यह शव स्ट्रेचर पर ही पिछले 10 दिनों से रखा हुआ था. हालांकि यह शव किसका है और कब लाया गया था इस संबंध में कोई कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. शव के कंकाल बन जाने से सवाल उठ रहे हैं कि अस्पताल प्रबंधन से इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई. हालांकि इस संबंध में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और स्टाफ को अस्पताल अधीक्षक ने नोटिस जारी किया है.