मत कहो आकाश में कोहरा घना है, शिवराज के राज में घोटाला करना कहाँ मना है
जी हाँ शिवराज के राज में जितने घोटाले हुए हैं शायद हाई किसी और के राज में इतने घोटाले होते मगर आज भी शिवराज मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान है ।
ये मैं नही कह रहा मैं तो सिर्फ़ टहलता हूँ चुनावी क्षेत्रों में जो पंच लाइन आम जनता देती है उसी को अपना शीर्षक बना देता हूँ।
तो आम जनता ने मान लिया है की घोटालों का बेताज बादशाह अगर कोई है तो वो शिवराज है दूसरा उसकी टक्कर का कोई नही हो सकता है।
वही कमलनाथ की बात पूछने पर जनता कहती है जब देखेंगे तब समझेंगे अभी तो शिवराज की चालें और सिंधिया की मोटी खाल को देख रहे हैं।
मैंने मोटी खाल के विषय में पूछा तो अविनाश ने बताया कि कांग्रेस में जो शान थी जो रुतबा हुआ करता था वो अब कहाँ है अब तो पार्टी के रहे नही और जहाँ गए वहाँ अपनी शाख़ बचाने की जुगत में लगे हैं।
वही रामकुमार से बात करते हुए पता चला की कमलनाथ की सरकार को गिराने वाले शिवराज और सिंधिया किस बात से वोट माँग रहे है… जब ग़लत तरीक़ा ही सत्ता पाने का उन्होंने अपनाया है तो शिवराज सरकार कैसे पाक साफ़ हो सकती है।