प्रधानमंत्री मोदी ने एमपी के रेहड़ी-पटरी वालों से की बात, कहा- हमारी योजनाएं गरीबों का संबल बनीं
इंदौर/ भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मध्यप्रदेश के शहरी रेहड़ी-पटरी वालों के साथ संवाद किया। मोदी ने इंदौर में सांवेर के छगन लाल वर्मा, ग्वालियर की अर्चना शर्मा और रायसेन के सब्जी के ठेला लगाने वाले डालचंद्र से बातचीत की। उनसे पीएम स्वनिधि योजना से मिले ऋण के बारे में जानकारी ली।
मोदी ने कहा कि हमारे देश में गरीबों की बातें बहुत हुई हैं लेकिन गरीबों के लिए जितना काम पिछले 6 साल में हुआ है, उतना पहले कभी नहीं हुआ। हर वो क्षेत्र और सेक्टर, जहां गरीब-पीड़ित-शोषित-वंचित, अभाव में था, सरकार की योजनाएं उसका संबल बनकर आईं। रेहड़ी-पटरी वाले साथी डिजिटल दुकानदारी में पीछे न रहें। योजना का आवेदन करने के लिए लंबी कतारों में नहीं लगना होता है।
डिजिटल ट्रांजेक्शन से ऋण ब्याजमुक्त हो सकता है
मोदी ने कहा कि स्वनिधि योजना में 7% की ब्याज में छूट दी जा रही है। आपने डिजिटल ट्रांजेक्शन के साथ कुछ अन्य बातों का ध्यान रखा तो सरकार आपके खाते में प्रोत्साहन के रूप में कुछ रुपए और डालेगी। यह इतना होगा कि आपका पूरा ऋण ब्याजमुक्त हो जाएगा।
रेहड़ी-पटरी वालों को पहली बार सिस्टम से जोड़ा गया
मोदी ने कहा कि योजना का मकसद है कि लोग नई शुरुआत कर सकें, इसके लिए उन्हें आसानी से पूंजी मिले। ये भी पहली बार हुआ है कि रेहड़ी-पटरी वालों के लाखों लोगों के नेटवर्क को सही मायने में सिस्टम से जोड़ा गया है, उनको एक पहचान मिली है। कोरोना के दौरान पहले दिन से सरकार और देश का ये प्रयास रहा है कि गरीब की जितनी दिक्कतें हम कम कर सकते हैं, उसके लिए सक्रिय रूप से प्रयास करें।
छगन ने प्रधानमंत्री को बताया…
दिनभर में करीब 50-60 झाड़ू बना लेते हैं। बच्चे और पत्नी भी मदद करते हैं। बच्चे पढ़ते भी हैं। पत्नी ने कहा कि हम लोग मिलकर झाड़ू बनाते हैं। किसान से खरीदकर खजूर की पत्ती लाते हैं। एक झाड़ू बनाने में खजूर की पत्ती, पाइप, लोहे का तार, नायलॉन खरीदना पड़ता है।
पीएम मोदी ने पूछा कि जब किसी को झाड़ू बेचते हो और किसी का पाइप ठीक हो तो उसे वापस लेकर खरीदने के बारे में सोचा? इस पर वर्मा ने कहा कि अब लोगों से पाइप भी खरीदना शुरू कर देंगे। अभी तक ये सोचा नहीं था। पीएम ने कहा कि अगर आप पहले से कहना शुरू कर देंगे तो लोग रखना शुरू कर देंगे। इससे आपकी कमाई बढ़ेगी। हमारे देश में रिसाइकिलिंग सदियों पुरानी है। घरों में महिलाएं साड़ी खराब होने पर गद्दा बना लेती हैं। जब गद्दा खराब होता है तो पोंछा बना लेती हैं।
पीएम ने स्वनिधि योजना से लाभ के बारे में भी पूछा। वर्मा ने बताया कि लॉकडाउन में बहुत परेशानी झेलनी पड़ी। धंधा बंद हो गया था। घर से बाहर नहीं जा सकते थे। बहुत सारी तकलीफें हुईं। 5 हजार कर्ज भी हो गया था। इस योजना से तेजी से कवर हो गया। कर्ज चुका लिया। 5 हजार रुपए से धंधा शुरू कर दिया। बेरोजगारी दूर हो गई। पहले ब्याज पर पैसे लेते थे। धंधा करके अब हम अच्छी स्थिति में हैं। बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं।
पीएम ने वर्मा को पानी की प्लास्टिक की बोतल बगल में रखे होने पर टोका। कहा- सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करना होगा। इसे बंद करेंगे न आप…..। मोदी ने कहा- मुझे विश्वास है कि इस योजना से आपके परिवार को बल मिलेगा। आप इसका भरपूर फायदा उठाएंगे। डिजिटलीकरण सीख जाएंगे। इज्जत बढ़ने से बैंक वाले आपको 20 हजार रुपए ऋण देने को तैयार हो जाएंगे। आप इसे आगे बढ़ाएंगे तो खुशी होगी।
ग्वालियर की अर्चना शर्मा ने बताया…
अर्चना शर्मा ग्वालियर में टिक्की सेंटर चलाती हैं। उनके पति बीमार हैं। परिवार की जिम्मेदारी अर्चना खुद उठाती हैं। अर्चना ने बताया कि पति के बीमार होने के बाद सब्जी का ठेला लगाया। अब लोन मिलने पर टिक्की का ठेला लगाने लगे हैं। इसके साथ घर संभालते हैं और टिक्की सेंटर भी चलाते हैं।
रायसेन के सब्जी विक्रेता डालचंद्र ने बताया…
रायसेन के सब्जी वाले डालचंद्र कुशवाहा से बातचीत की। डालचंद्र ने बताया कि सरकार की सारी योजनाओं का लाभ मिला है। आयुष्मान से परिवार का निशुल्क इलाज हो रहा है। गैस मिलने से जल्दी खाना बन जाता है। सब लोग मेरे काम में हाथ बंटवा लेते हैं। मोदी ने कहा कि लोन का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। पूछा- पैसे का कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं। एक बड़े मॉल में होने वाला डिजिटल का काम अब ठेले पर भी हो रहा है।
भोपाल से भी स्ट्रीट वेंडर जुड़े
राजधानी भोपाल के भी हितग्राही ऑनलाइन कार्यक्रम से जुड़े। यहां गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र के लोग पीएम का ऑनलाइन संबोधन सुन रहे हैं। आईएसबीटी में संभागायुक्त और विधायक कृष्णा गौर की मौजूदगी में ऑनलाइन चर्चा हो रही है।