सिंध-चंबल नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए रेत और माफिया के खिलाफ डॉक्टर गोविंद सिंह की 5 से गांधी पार्क से दांडी यात्रा
भोपाल: कांग्रेस के 7 वीं बार के विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर चुके हैं. यानी राजनीति आखिरी पारी में डॉक्टर गोविंद सिंह 5 सितंबर से अपने विधानसभा क्षेत्र लहार के गांधी पार्क से दांडी यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. उनकी यह यात्रा रेत माफिया के खिलाफ तथा सिंध-चंबल नदी के अस्तित्व को बचाने के लिए शुरू हो रही है. सात दिवसीय इस यात्रा में जल पुरुष डॉ राजेंद्र सिंह, गांधीवादी विचारक पीवी राजगोपाल से लेकर दिग्विजय सिंह और कम्प्यूटर बाबा भी शामिल होंगे. यात्रा की शुरुआत में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह शिरकत करेंगे. नदियों में हो रहे लगातार रेत के अवैध उत्खनन के खिलाफ न्यायालय से लेकर हर जगह लड़ाई के बाद भी सरकार द्वारा रेत के उत्खनन पर रोक नहीं लगा पाने के बाद अब पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ग्वालियर, भिंड और मुरैना में गिरते जल स्तर को बचाने के लिए गांवों में जाकर जन जागरण अभियान चलाएंगे. उनका यह अभियान पांच सितंबर से शुरू होकर 11 सितंबर तक चलेगा. पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने बताया कि भारत सरकार के नीति आयोग ने भी जल संकट को लेकर गहरी चिंता जताई है. उन्होंने 2026 में कुछ जगहों पर भारी जल संकट की चेतावनी दी है. इस जल संकट में ग्वालियर, भिंड और मुरैना जिला शामिल है. उन्होंने बताया कि उन्होंने सरकारों से थक हारकर अब वे अपने लोगों के साथ मिलकर जल संकट से निपटने के लिए राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की दांडी यात्रा की तर्ज पर जन जागरण यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. इसी के तहत अब वह पांच सितंबर से जन जागरण अभियान चलाएंगे. इस जनजागरण यात्रा में वह पांच सितंबर को भिंड के नाहर गांव में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पदयात्रा शुरू करेंगे. उन्होंने बताया कि 11 सितंबर तक वह रोजाना लगभग 18 से 20 किलोमीटर चलकर रास्ते में आने वाले गांवों में जनजागरण करते हुये 11 सितंबर को दतिया जिले के सेवढा स्थित सिंध नदी के तट पर प्रसिद्ध तीर्थ सनकुंआ पर अपनी यात्रा समाप्त करेंगे. इसमें छह सितंबर को राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा, सात सितंबर को कम्प्यूटर बाबा, आठ सितंबर को जल पुरुष डॉ. राजेन्द्र सिंह और मोहन प्रकाश, नौ सितंबर को सज्जन सिंह वर्मा एवं अन्य साथी, 10 सितंबर को उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री बृजेन्द्र प्रताप जालौन, एवं 11 सितंबर को एकता परिषद के प्रमुख पीवी राजगोपाल एवं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शामिल होंगे.
यात्रा करेगी 2 विधानसभा क्षेत्रों को प्रभावित
वरिष्ठ विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह की पदयात्रा को राजनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है. यह बात अलग है कि ग्वालियर-चंबल संभाग की 16 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले उपचुनाव में से केवल मेहगांव और भांडेर विधानसभा क्षेत्र को प्रभावित करेगी. यहां यह उल्लेखनीय है कि मेहगांव विधानसभा क्षेत्र से उनके भांजे राहुल सिंह भदौरिया दावेदारी कर रहे हैं. राजनीतिक वैज्ञानिकों की मानें तो कांग्रेस से ज्योतिरादित्य सिंधिया के चले जाने के बाद ग्वालियर-चंबल संभाग के डॉ. गोविंद सिंह पहले कांग्रेसी नेता है, जो इतनी लंबी पदयात्रा निकाल कर कांग्रेस के लिए समर्थन जुटा रहे हैं.
हर महीने 5 से 10 करोड़ रेत का कारोबार
डॉक्टर गोविंद सिंह बताते हैं कि सिंधु नदी से हर महीने 5 से 10 करोड़ रुपए का रेत का कारोबार किया जा रहा है. सिंध नदी की रेत अच्छी क्वालिटी की होती है. इसी कारण यहां से निकाली गई रेत की कीमत बहुत अधिक होती है. अवैध रेत कारोबार का सबसे बड़ा नेटवर्क उत्तर प्रदेश से जुड़ा हुआ है. भिंड से रोन, ऊमरी, दमो थाना होते हुए सीधे अवैध रेत के डंपर इटावा, लखनऊ पहुंचते हैं. वहीं, मुरैना से सरायछोला थाने के रास्ते से आगरा, मथुरा तक रेत आसानी से पहुंच जाती है. दतिया में बढ़ोनी, दीयार, थरेट, अतरेंटा थाना क्षेत्रों से रेत ग्वालियर के अलावा झांसी, ललितपुर तक जाती है.