नर्मदा नदी में बाढ़ : मंडलेश्वर में शिव मंदिर की सीढ़ियां जलमग्न, मोरटक्का 5 फीट ऊपर से बह रहा पानी
इंदौर। मध्यप्रदेश में लगातार बारिश से नर्मदा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। इंदिरा सागर बांध में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण 20 गेट खोलकर बांध से 31 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। ओंकारेश्वर बांध के भी 21 गेट खुले हुए हैं। नर्मदा यहां खतरे के निशान से 10 फीट ऊपर बह रही है।
पूरे क्षेत्र में रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है। जलस्तर बढ़ने से मंडलेश्वर स्थित शिव मंदिर की सीढ़ियां जलमग्न हो गई हैं। 106 फीट ऊंचा मोरटक्का पुल रात 11 बजे डूब गया, जो अब भी जलमग्न है। पुल पर से 5 फीट से ज्यादा पानी बह रहा है। हालात को देखते हुए होमगार्ड समेत पुलिस के 300 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है।
मोरटक्का ब्रिज: आवागमन रोका गया
शनिवार रात 11 बजे इंदौर-इच्छापुर हाईवे स्थित मोरटक्का ब्रिज के ऊपर से नर्मदा नदी का पानी गुजरा। हालांकि दोपहर 3 बजे से ही पुल के दोनों छोर पर बैरिकेडिंग कर आवागमन रोक दिया गया था। इसी तरह खंडवा-भोपाल मार्ग स्थित नर्मदानगर के पुल से भी सुबह 7 बजे आवागमन बंद कर दिया गया था। यह नौबत इसलिए बनी, क्योंकि होशंगाबाद में एक दिन में 17 इंच बारिश हुई।
इंदिरा सागर डैम में पानी बढ़ा, लेवल मेंटन करने के प्रयास
होशंगाबाद के तवा बांध के 13 गेट खोलने से इंदिरा सागर डैम में तेजी से पानी बढ़ा। लेवल मेंटेन करने के लिए शनिवार देर रात डैम के 12 गेट की ऊंचाई बढ़ाकर 10 मीटर कर दी गई। 8 गेट भी 2-2 मीटर तक खोले हैं। इस तरह डैम के सभी गेट खोल दिए गए। डैम से 31 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि आवक 34 हजार क्यूसेक की हो रही है। बांध प्रमुख अनुराग सेठ ने बताया कि रात 10 बजे डैम का जलस्तर 261.45 मीटर था। जैसे ही कुछ गेट बंद होंगे, नर्मदानगर के पुल से आवागमन पुन: शुरू कर दिया जाएगा। इधर, ओंकारेश्वर बांध के 21 गेट शनिवार को भी खुले रहे। यहां से 31 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध का जलस्तर 195.28 मीटर था।
इसलिए बिगड़े हालात
होशंगाबाद शहर में 17 इंच, जबकि जिले में 8 इंच बारिश हुई। तवा बांध, बरगी बांध और बारना बांध से आरहे पानी के कारण हालत बिगड़ गए हैं।
तवा बांध के 13 गेट खोले जाने से इसका पानी तेजी से इंदिरा सागर की ओर आया। शनिवार को ही इंदिरा सागर के 8 गेट और खोल गए दिए ताकि लेवल मेंटेन हो सके।
इंदिरा सागर का पानी ओंकारेश्वर बांध तक दो घंटे बाद पहुंचा। हालांकि बांध के 21 गेट पहले से ही खुले हुए हैं। यहां बिजली उत्पादन भी बंद है। गेट से ही पानी छोड़ रहे।
मोरटक्का ब्रिज से पहले भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया। इंदिरा सागर के 8 गेट और खोलने के बाद अलर्ट जारी किया गया। दोपहर 3 बजे से ब्रिज से आवागमन रोक दिया।
बांध की ओर जाने वाले मार्ग पर आवागमन प्रतिबंधित
नगर से इंदिरा सागर बांध की ओर जाने वाले भारी वाहनों को डेम तिराहे पर रोका जा रहा है। शनिवार को चौकी प्रभारी ओमप्रकाश सिंह व पुलिसकर्मियों ने चार पहिया और बड़े भारी वाहनों को बांध की ओर जाने से रोके जा रहे हैं। बरगी बांध से इंदिरा सागर बांध का जलस्तर और इंदिरा सागर से ओंकारेश्वर बांध का जलस्तर बढ़ने से तीर्थनगरी के घाट जलमग्न हो गए हैं। निचली बस्तियों में बाढ़ आ गई है। इसी के चलते मोरटक्का पुल पर भी आवागमन प्रतिबंधित कर दिया है।